ट्रेवल डेस्क। लेह लद्दाख में हर साल तीन दिवसीय ‘सिंधू दर्शन फेस्टिवल’ का आयोजन किया जाता है। यह सिंधू नदी के तट पर सभ्यता और संस्कृति के अनोखे संगम को दर्शाता है। इस फेस्टिवल में कई तरह की सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होता है। यही वजह है कि देश के कोने-कोने से लोग इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए पहुंचते हैं। बता दें कि इस तीन दिवसीय खूबसूरत सांस्कृतिक उत्सव का आगाज 12 जून से होगा और समापन 14 जून को।
साल 1996 में पहली बार ‘सिंधू दर्शन फेस्टिवल’ का आयोजन किया गया था। तब से हर साल सिंधू नदी के तट पर इसका आयोजन होता है। इस साल इस पर्व का 22वां साल है।
लेह की परम्पराओं और संस्कृति को देखने का मौका
‘सिंधू दर्शन फेस्टिवल’ लेह से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो कस्बे शे मानला में मनाया जाता है। तीन दिवसीय उत्सव में पूजा-पाठ के अलावा लद्दाख की परंपराओं और संस्कृतियों को देखने का मौका मिलता है। इस पर्व में बौद्ध धर्म, सनातन, सिक्ख और अन्य धर्म के लोग शामिल होते हैं और सिंधू की पूजा-अर्चना के साथ ही उसे धन्यवाद देते हैं।
- ‘सिंधू दर्शन फेस्टिवल’ के लिए अगर आप रोडवेज से जाना चाहते हैं तो श्रीनगर और जम्मू से चलने वाली बस सेवाओं का सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली से भी सीधी बस सेवाओं का संचालन होता है।
- ‘सिंधू दर्शन फेस्टिवल’ के लिए अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो दिल्ली, कोलकाता और मुंबई से ट्रेन का सफर कर सकते हैं। इससे आप निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू तवी पहुंचेंगे। यहां से लद्दाख की दूरी 700 किलोमीटर है।
- ‘सिंधू दर्शन फेस्टिवल’ के लिए अगर आप फ्लाइट लेना चाहते हैं तो जम्मू, श्रीनगर, चंडीगढ़ या दिल्ली से फ्लाइट ले सकते हैं।