श्रीनगर। भारतीय सेना की जितनी तारीफ की जय उतनी कम है। जी हाँ जम्मू कश्मीर में पुलिस और सुरक्षाबलों ने संयुक्त ऑपरेशन में हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ कमांडर सैफुल्ला को मार गिराया है। सैफुल्ला को रियाज नायकू के मारे जाने के बाद हिजबुल ने चीफ कमांडर बनाया था।
जानकारी के मुताबिक सैफुल्ला को श्रीनगर जिले के रंगरेत इलाके में हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया है। उसके एक साथी को सेना ने जीवित पकड़ने में सफलता पाई है। सैफुल्ला को इसी साल हिजबुल ने अपना चीफ बनाया था। रंगरेत में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के मुताबिक चंद रोज पहले हुई भारतीय जनता पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या के पीछे सैफुल्ला का ही हाथ था। बीजेपी नेताओं की हत्या में शामिल आतंकी अब्बास हिजबुल से ही लश्कर में गया था। सेना ने 72 घंटे के अंदर ही बीजेपी नेताओं के हत्यारे का काम तमाम कर दिया।
वहीं, जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने आजतक से बात करते हुए बीजेपी नेताओं की हत्या के पीछे सैफुल्ला का हाथ होने से इनकार करते हुए कहा कि उस घटना के पीछे आतंकी संगठन लश्कर का हाथ था। उन्होंने सैफुल्ला के मारे जाने को बड़ी कामयाबी बताया और कहा कि हम उन आतंकियों की तलाश में हैं, जिनका बीजेपी नेताओं की हत्या के पीछे हाथ था।
इस मुठभेड़ में एक आतंकी के जिंदा पकड़े जाने की खबर भी आई थी। लेकिन आईजी विजय कुमार ने किसी आतंकी के पकड़े जाने से भी इनकार किया और कहा कि किसी आतंकी को पकड़ा नहीं गया है। सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है। रंगरेत इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर है। सेना की इस कार्यवाही से जेहादियों को सबक तो मिलेगा। आतंकवादियों को अब सेना उनकी भाषा में जवाब देने का मन बना चुकी है।