बिज़नेस डेस्क। बुधवार की रात पलवल शुगर मिल को करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया। पलवल शुगर मिल का हजारों क्विंटल सीरा सड़क पर बह गया। बहते सिरे के रस को रोकने के लिए सड़क पर गन्ने के अवशेष डालने पड़े। मिल के प्रबंधक से लेकर चीफ इंजीनियर तक इस सम्बन्ध में कुछ नहीं कह रहे हैं।हालाँकि इसके लिए जांच कमेटी गठित की गई है। मिल महाप्रबंधक जितेन्द्र कुमार गर्ग का कहना है कि इस मामले की व्यापक जांच करवाई होगी और जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस देकर रिकवरी की जाएगी।
अधिकारियों की लापरवाही से हुआ नुकसान
मिल कर्मचारियों का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से लगातार सीरे का रिसाव जारी था। संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के चलते बुधवार की रात सीरा रिसाव का होल ज्यादा टूट गया। होल के ज्यादा टूटने से हजारों क्विंटल सीरा सड़क पर बह गया। बुधवार रात शुरू हुआ सीरा का रिसाव गुरुवार सुबह 10 बजे तक होता रहा। जब तक सीरा का रिसाव रोका जाता , तब तक हजारों क्विंटल सीरा सड़क पर बह चुका था। मिल के कैंपस में चारों तरफ सीरा फैल गया था। सीरा वहां से रिसता हुआ बाहर तक न आए, इसलिए उसे रोकने के लिए सड़क पर गन्ने के अवशेष डालने पड़े। मिल गोदाम के पिछले वाले हिस्से, सड़क, झाड़ियों और पिछले हिस्सा में सीरा जमा हो गया।
मिल महाप्रबंधक जितेन्द्र गर्ग ने बताया कि इस बारे में गुरुवार करीब 10 बजे जानकारी मिली। चुनावी ड्यूटी को लेकर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग का हवाला देते हुए कहा कि देर शाम तक वे मिल पर पहुंचेंगे। तब पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी और जांच के लिए कमेटी बनाई जाएगी।
जांच रिपोर्ट में जो जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ होगी कार्रवाई
सीरा के रिसाव से करोड़ों रुपये का नुकसान होने से इंकार किया। शुगर मिल के वाइस चेयरमैन देवीचरण मंगला का कहना है कि मिल में पिछले कई दिन से सीरा का रिसाव हो रहा था। रिसाव को रोकने में अधिकारियों ने लापरवाही बरती। इस बारे में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को कहा जाएगा। जांच कमेटी गठित एमडी जितेन्द्र गर्ग ने बताया कि चीफ इंजीनियर, चीफ अकाउंटेंट, चीफ शुगर सेल्समैन और चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर की चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। वॉल लीक और खुला होने के कारण सीरा बड़ी मात्रा में बहा है। कमेटी 3 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट देगी। जांच रिपोर्ट में जो जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।