कोलकाता। रविवार को कोलकाता के ईडन गार्डंस मैदान पर चौके-छक्कों की बरसात हुई। पहले आंद्रे रसल ऐंड कंपनी ने मुंबई इंडियंस के गेंदबाजों की तबीयत से पिटाई की। इसके बाद हार्दिक पंड्या ने अपने साथी खिलाड़ियों का बदला कोलकाता के गेंदबाजों से लिया। मैच में कुल 29 छक्के लगे। 15 कोलकाता की ओर से और 14 मुंबई की ओर से।
पंड्या की वजह से उम्मीद की लौ जाली रही
कोलकाता ने रसल 80 (40 गेंद, छह चौके और 8 छक्के), शुभमन गिल 76 रन (45 गेंद, छह चौके और चार छक्के) और क्रिस लिन 54 रन (29 गेंद, 8 चौके और दो छक्के) की मदद से दो विकेट पर 232 रन बनाए। यह इस सीजन का सबसे बड़ा स्कोर है। मुंबई के लिए यह स्कोर बहुत बड़ा था लेकिन हार्दिक पंड्या की ताबाड़तोड़ बल्लेबाजी ने उसके लिए उम्मीद की लौ जलाए रखी। पंड्या ने महज 34 गेंदों पर छह चौकों और नौ छक्कों की मदद से 91 रनों की पारी खेली। हालांकि उनकी पारी भी मुंबई को 34 रनों की हार से नहीं बचा पाई।
मैच के बाद पंड्या ने कहा, ‘मैं क्रुणाल से कह रहा था, ‘भाई मैं शतक के करीब पहुंच गया हूं।’ यह मेरे लिए नई बात है। परिस्थितियों की मांग थी कि मैं इसी अंदाज में बल्लेबाजी करूं और किस्मत से ऐसा ही हुआ। सिर्फ जिस गेंद पर मैं आउट हुआ वही प्लान के हिसाब से नहीं गई।’
हार्दिक पंड्या की यह पारी मुंबई को जीत नहीं दिला पाई हो लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन को अपने इस ऑलराउंडर की फॉर्म से काफी खुशी हुई होगी। पंड्या गेंद को अच्छा हिट कर रहे हैं और टीम प्रबंधन यही चाहेगा कि इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप में भी वह इस फॉर्म को बरकरार रख पाएंगे।
कोलकाता के बड़े स्कोर के बारे में उन्होंने कहा कि जब सामने इतना बड़ा लक्ष्य हो तो आपके पास सोचने-विचारने का ज्यादा समय नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘मैं जानता था कि पोलार्ड वहां बल्लेबाजी कर रहे हैं। मेरे पास सेट होने का टाइम नहीं था मुझे बस अपने खेल को इंजॉय करना था। मुझे खुद पर विश्वास था और इससे काफी फर्क पड़ता है।’
मेरी योजना लक्ष्य के करीब जाने की थी- पंड्या
पंड्या ने कहा कि मैं जानता था कि यह लक्ष्य हासिल करने के लिए मुझे कुछ अलग करना होगा लेकिन किसी एक बल्लेबाज के लिए लगातार गेंद को हिट करते रहना आसान नहीं होता। अगर क्रुणाल भी कुछ बड़े शॉट लगा देते तो मैच में हमारी स्थिति कुछ अलग होती। उन्होंने कहा, ‘मेरी योजना लक्ष्य के करीब जाने की थी ताकि रनरेट पर ज्यादा असर न पड़े।’