हर किसी का शरीर अलग है, हर किसी की जीवन शैली अलग है, हर किसी की कैलोरी वर्निग कैपेसिटी अलग है। आप हर किसी से अपनी बॉडी को कम्पेयर नहीं कर सकते। ये कहना है आगरा की मशहूर डाइटीशियन डॉ. पायल सेठ का। उन्होंने हेल्दी लाइफस्टाइल और बेलेंस डाइट से जुड़े कई तथ्य एक इंटरव्यू के दौरान टीबीआई 9 से बात करते हुए शेयर किये पेश है उनसे हुई बातचीत के खास अंश…
लाइफ में डाइटीशियन की भूमिका क्या है?
आज बदलती जीवनशैली में बच्चे, बूढ़े, जवान हर उम्र के व्यक्ति के जीवन में डाइटीशियन की भूमिका लगातार महत्वपूर्ण होती जा रही है। हर सब्जेक्ट पर आज गूगल पर नॉलेज का खजाना भरा पड़ा है उसको अपने ऊपर अप्लाई करना आज भी कन्फ्युजिंग है। ऐसी स्थिति में डाइटीशियन के गाइडेंस की जरूरत है। डाइटीशियन आपकी लाइफ स्टाइल, आपके प्रोफेशन और आपकी हेल्थ के अनुसार क्या इम्पोर्टेंट है इस बात को एन्लाइसिस करते हैं।
किस प्रकार की प्रोब्लम फेस कर रहे लोग डाइटीशियन के पास आते है?
जो भी शख्स एक करेक्ट लाइफस्टाइल नहीं लीड कर रहा है उसे डाइटीशियन के पास जाना होता है, इसमें जिनको हेल्थ डिसीज हैं वे काफी डाइटीशियन के पास आते है। जिनमें डाइविटीज, कॉलेस्ट्रोल, महिलाओं में पीसीओडी है जो कि आजकल 14 साल के बच्चों में भी देखने को मिल जाती है। छोटे बच्चों में मोटापा, हाई कॉलेस्ट्रोल आदि डिसीज हो रही है जोकि पहले आमतौर पर 40-50 साल की उम्र में दिखाई देती थी इसलिए आज यह कहना मुश्किल है कि डाइटीशियन की जरूरत किस-किसको है। आज की लाइफस्टाइल में हर कोई किसी न किसी प्रॉब्लम को फेस कर रहा है, इसलिए हर शख्स की लाइफ में डाइटीशियन की भूमिका है।
क्या जिनकी लाइफस्टाइल एक्टिव है उनको डाइटीशियन की जरूरत नहीं पड़ेगी? ऐसा कम्पलसरी नहीं है कि जो लोग एक्सरसाइज करते हैं, फिट है उनको डाइटीशियन की जरूरत नहीं है, लेकिन ऐसे काफी लोग हैं जो बहुत स्ट्रेस से इफेक्टेड है जिससे उनकी ईटिंग हैविट प्रभावित रहती है ऐसे में पतले या मोटे होना मायने नहीं है किंतु ऐसे लोगों को डाइटीशियन की जरूरत अधिक पड़ती है।
आमतौर पर हम देखते हैं कि मोटापे से पीडि़त लोग अधिक डाइटीशियन के पास जाते हैं?
हाँ, यह सही है कि मोटापे से पीडि़त लोग अधिक डाइटीशियन के पास आते हैं क्योंकि क्या खाएं, क्या न खाएं ये उनके लिए बहुत मायने रखता है। आमतौर पर हम देखते हैं कि ऐसे लोग इन्टरनेट पर उपलब्ध नुस्खों का एक्सपेरिमेंट करके देख चुके होते हैं जिनका उनकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा तो फिर वे डाइटीशियन के करेक्ट डाइट प्लान पर अधिक विलीव करते हैं।
कुछ लोग डाइट प्रॉपर लेते हैं लेकिन बावजूद इसके उनका वजन गेन नहीं होता क्यों?
यदि ऐसा है तो कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ जरुर है, हो सकता है कि उनकी लाइफस्टाइल में प्रॉब्लम है या उनकी डाइट प्रॉपर नहीं है व एक्सरसाइज नहीं कर रहे हैं क्योंकि अधिकतर लोग सोचते हैं कि पतले लोगों को एक्सरसाइज की जरूरत नहीं होती इसलिए ऐसे लोगों को अगर वजन बढाऩा है तो प्रोपर डाइट, एक्सरसाइज, टाइमली स्लीपिंग हैविट आदि चीजों का प्रॉपर तालमेल जरूरी है।
जिनका बॉडी स्टेटिक्स प्रॉपर है उनको भी वीकनेस फील होती है आखिर क्यों?
आज यूथ का कोई टाइम टेबल नहीं है जिसकी वजह से बॉडी को सही समय पर सही चीज नहीं मिल पाती, जिससे धीरे-धीरे बॉडी का स्टेमिना कम होता जाता है।
क्या यह माना जा सकता है कि अगर हम एक बेलेंस डाइट स्तेमाल करें तो एवरग्रीन यंग रह सकते हैं?
हाँ, यह ठीक बात है एक बेलेंस डाइट का स्तेमाल अगर आप रेगूलर करें तो एवरग्रीन यंग रह सकते हैं। यहां तक कि किसी भी शख्स को स्वयं को एक हेल्दी लाइफ स्टाइल में डालना तो उसके लिए सबसे पहले जरूरी है सुबह उठते ही आधा घंटे के अन्दर कुछ न कुछ आपके पेट में जरुर जाना चाहिए, चाय को छोडकर। जिस प्रकार किसी भी गाड़ी को चलने के लिए फ्यूल की जरूरत होती है उसी प्रकार हमारी बॉडी को भी कुछ हेल्दी खाने की जरूरत होती है।
हेल्दी फूड और लिक्विड की बात करें तो ऐसा है क्या है जो आपके अनुसार हेल्थ के लिए सबसे अधिक हानिकारक है?
देखिये, ऐसा कुछ नहीं कि किस चीज का स्तेमाल नहीं करना चाहिए, हर फूड ग्रुप का बॉडी में अपना रोल है। यहां यह बात अधिक महत्वपूर्ण है कि लाइफ में हमेशा किसी भी चीज की अति ठीक नहीं होती।
कुछ लोग कहते है कि हेल्थ के लिए चाय पीना नुकसान दायक है यह बात कहां तक उचित है?
मैं एक बात कहूंगी अडेक्सन किसी भी चीज का बुरा है, यह बात हेल्दी फूड पर भी समान रूप से अप्लाई होती है इसलिए चाय या कॉफ़ी का नियमित स्तेमाल लिमिट से अधिक होगा तो निश्चित रूप से नुकसानदायक है।
आज लोग अल्कोहल का स्तेमाल अधिक करते हैं हेल्थ के हिसाब से इसको लेने वालों को आप क्या सलाह देना चाहेंगी?
जरुरी है हर चीज का संतुलन बना कर चलें, जो लोग अल्कोहल के अडेक्सन का शिकार है वो अपनी लाइफ के साथ खेल रहे है। यह बेहद नुकुसान दायक है, हाँ अगर लें तो अपनी लिमिट हमेशा मेंटेन करें। अल्कोहल में वाइन का लिमिट में स्तेमाल समान्य रूप से ठीक है।
यदि कोई डाइट चार्ट फॉलो कर रहे हैं और शादी पार्टी में जाना हो तो हम किन बातों का ध्यान रखें?
सबसे पहली बात जब भी आप शादी पार्टी में जाएँ तो घर से कुछ खाकर जाएं दूसरा वहां जाकर पहले सेलेड जरूर लें। जब मेन कोर्स में जाएँ तो रोटी बिना घी की लें, सब्जियों में ग्रेवी का स्तेमाल कम करें। मीठा अवॉयड करें कोल्डड्रिंक का स्तेमाल बिल्कुल न करें।और हाँ एक प्रिंसिपल है डाईट का जिसे हमेशा याद रखें जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं वे टेस्ट सभी आइटम करें मगर खाएं एक भी नहीं।
वेट गेन और लूज करने के लिए बहुत सारे फूड सप्लीमेंट आते हैं ये कितने उपयोगी हैं?
देखिये, हम सब जानते हैं कि पेनकिलर टेबलेट हमारी किडनी को इफेक्ट करती हैं तो आप ही सोचें जब वो एक छोटी सी टेबलेट हमारी किडनी को इफेक्ट कर सकती है तो किसी भी अननेचुरल चीज का हम सेवन करेंगे तो उसके क्या साइडइफेक्ट हो सकते हैं। हालाँकि कहते हैं इसके कोई साइडइफेक्ट नहीं हैं लेकिन मैं मानती हूँ कि ऐसा नामुमकिन है जो अननेचुरल है उसके साइड इफेक्ट होना स्वाभाविक है।
वीएलसीसी जैसे ब्रांड जो वेट लूज की गारंटी देते हैं ये कहां तक सही है?
ये ब्रांड जो कहते हैं ये तो वही जानें लेकिन मुझे लगता है कि किसी भी प्रकार से लेटकर वजन कम नहीं किया जा सकता आपको इसके लिए एक हेल्दी लाइफ स्टाइल, हेल्दी बेलेंस डाइट और लोन्ग टर्म में एक्सरसाइज तो करनी ही होगी। किसी मशीन और किसी आर्टिफिशियल तरीके से घटाया गया वजन स्थाई हो ही नहीं सकता।
जो लोग मार्केटिंग प्रोफेशन में हैं और दिन में कई चाय पीते हैं उनको आप क्या सलाह देंगी?
अधिक चाय का सेवन सबसे अधिक खतरनाक है चाय के बजाय अमूल की छाछ, नरियल पानी या कोई जूस आदि का सेवन करें?
मोबाइल एप जोकि आपकी रनिंग के हिसाब से आपने कितनी कैलोरी बर्न की है ये रिपोर्ट देते हैं ये कितने उपयोगी हैं?
निश्चित रूप से ये उपयोगी हैं जोकि आपको आपकी लाइफस्टाइल के लिए कांसिस बनाते है आपके आउट पुट के बारे में इनसे आपको सटीक जानकारी मिलती है।