Home International ह्यूस्टन में 22 सिंतबर को होगा ‘हाउडी मोदी’ नाम से बड़ा कार्यक्रम

ह्यूस्टन में 22 सिंतबर को होगा ‘हाउडी मोदी’ नाम से बड़ा कार्यक्रम

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इंटरनॅशनल डेस्क। अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में 22 सितंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘हाउडी मोदी’ रैली को संबोधित कर रहे होंगे तो अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भी उनके साथ होंगे। जी हां, वाइट हाउस ने रविवार देर रात इस बात की पुष्टि कर दी है। यह कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा क्योंकि इतिहास में यह पहली बार है जब भारतीय समुदाय के 50 हजार से ज्यादा लोगों को दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के नेता एक साथ संबोधित करेंगे। उधर, मोदी और ट्रंप की यह जुगलबंदी पड़ोसी देश पाकिस्तान के लिए किसी झटके से कम नहीं है, जो कश्मीर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति से मध्यस्थता की रट लगा रहा है। दूसरी तरफ ट्रंप के मोदी के साथ मंच साझा करने की कुछ सियासी वजहें भी हैं।

‘ह्यूस्टन को एनर्जी कैपिटल कहा जाता है’
मोदी की मेगा रैली में ट्रंप के पहुंचने की घरेलू वजहें भी हैं। दरअसल, अमेरिका का चौथा सबसे बड़ा शहर होने के साथ ही ह्यूस्टन एनर्जी कैपिटल भी है। 130 करोड़ की आबादी वाला भारत ऊर्जा का बड़ा आयातक देश है और पहले से ह्यूस्टन से बड़ी मात्रा में तेल और गैस खरीदा जा रहा है। सऊदी की तेल कंपनी पर ड्रोन हमले के बाद अगर भारत की तेल सप्लाई प्रभावित होती है तो ह्यूस्टन से आपूर्ति बढ़ सकती है।

टेक्सस में 2020 का चुनाव अहम
एक और अहम वजह टेक्सस में होने वाला 2020 का चुनाव है। यहां भारतीय समुदाय की अच्छी-खासी आबादी रहती है। ह्यूस्टन में ही डेढ़ लाख से ज्यादा भारतीय मूल के लोग रहते हैं। वैसे तो यह राज्य 1976 से ही रिपब्लिकन को सत्ता देता आ रहा है लेकिन डेमोक्रैट्स भी चुनौती पेश कर रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी सियासत के नजरिए से भी मोदी और ट्रंप की रैली अहम होगी। मोदी के मेगा शो में करीब 60 सांसदों में रिपब्लिकन और डेमोक्रैट्स दोनों पहुंच सकते हैं।

कम्युनिटी प्रोग्राम में शामिल होंगे ट्रंप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह ट्वीट कर अमेरिकी राष्ट्रपति के 22 सितंबर के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर प्रसन्नता जताई। उन्होंने लिखा, ‘अमेरिका के राष्ट्रपति का यह फैसला भारत और अमेरिका के बीच खास दोस्ती का संकेत है।’ पीएम ने ट्वीट में कहा कि ह्यूस्टन में मेरे साथ अमेरिकी राष्ट्रपति का मौजूद होना अमेरिकी समाज और अर्थव्यवस्था में भारतीय समुदाय के योगदान को मान्यता देता है। उन्होंने कहा कि 22 को ह्यूस्टन में आयोजित कम्युनिटी प्रोग्राम में डॉनल्ड ट्रंप भी होंगे, इससे काफी खुश हूं। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए काफी उत्साहित हूं।

पीएम ऑफिस से दिया गया न्योता
ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में होनेवाले इस मेगा इवेंट में 50 हजार से ज्यादा इंडो-अमेरिकन लोगों के आने की संभावना है। इतने रजिस्ट्रेशन अब तक हो चुके हैं। इसके संबंध में वाइट हाउस की मीडिया सचिव स्टेफिनी ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि मोदी और ट्रंप की यह जॉइंट रैली भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करने का अहम मौका होगी। वाइट हाउस ने बताया कि पीएम ऑफिस की तरफ से ही इसके लिए न्योता दिया गया था।

20 हजार से ज्यादा लोग हुए थे शामिल
2014 में पीएम बनने के बाद ह्यूस्टन इवेंट भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करने का पीएम मोदी का तीसरा बड़ा कार्यक्रम होगा। मई में दोबारा चुने जाने के बाद अमेरिका में यह इस तरह की पीएम की पहली रैली है। इससे पहले 2014 में न्यू यॉर्क के मेडिसन स्क्वॉयर में दो कार्यक्रम आयोजित किए गए थे जबकि 2016 में सिलिकॉन वैली में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। दोनों ही इवेंट में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।

क्या है ‘हाउडी’ शब्द का मतलब?
ऐसा पहली बार होगा कि यूएस में कोई अमेरिकी राष्ट्रपति एकसाथ हजारों इंडो-अमेरिकन नागरिकों को संबोधित करेगा। यूएस में भारतीय राजदूत हर्ष वर्धन ने इस इवेंट को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बताया है। आपको बता दें कि ‘हाउडी’ शब्द अंग्रेजी के ‘हाउ डू यू डू’ का शॉर्ट फॉर्म है। साउथ वेस्ट यूएस में यह शब्द काफी चलता है।

मोदी बने थे विशेष अतिथि
ट्रंप और मोदी के बीच की केमिस्ट्री कमाल की है। अधिकारी बताते हैं कि निमंत्रण मिलने के तुरंत बाद ट्रंप ने इसके लिए हामी भर दी थी। यह दोनों के बीच की इस साल की तीसरी मीटिंग होगी। मोदी और ट्रंप पिछले ही महीने फ्रांस में जी-7 समिट के दौरान मिले थे। भारत जी-7 का हिस्सा नहीं है लेकिन मोदी को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने विशेष अतिथि के रूप में बुलाया था।

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