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2030 तक 10 करोड़ टन कोयले को गैस में बदलने का लक्ष्य, इस पर 20 हजार करोड़ रु निवेश करेंगे: पीएम मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 41 कोयला खदानों की नीलामी की प्रोसेस शुरू की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत कोरोना से लड़ेगा भी और जीतेगा भी। इस आपदा को अवसर में भी बदलेगा। इस कोरोना संकट ने भारत को आत्मनिर्भर होने का सबक दिया है। उन्होंने कहा कि 2030 तक करीब 10 करोड़ टन कोयले को गैस में बदलने का लक्ष्य है। इस पर करीब 20 हजार करोड़ रुपए निवेश किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत आयात पर निर्भरता कम करेगा। इसके लिए देश में साधन-संसाधन विकसित किए जाएंगे। इससे लाखों करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा बचेगी।

दशकों के लॉकडाउन से बाहर निकले कोयला क्षेत्र
पीएम मोदी ने कहा- महीने भर के भीतर ही, हर घोषणा, हर रिफॉर्म्स, चाहे वह कृषि क्षेत्र में हो, चाहे एमएसएमई के सेक्टर में हो या फिर कोयला और खनन के सेक्टर में हो, हम तेजी से जमीन पर उतर रहे हैं। यह दिखाता है कि भारत इस संकट को अवसर में बदलने के लिए कितना गंभीर है। आज हम सिर्फ कोयला खनन के लिए नीलामी ही लॉन्च नहीं कर रहे हैं, बल्कि कोयला क्षेत्र को दशकों के लॉकडाउन से भी बाहर निकाल रहे हैं।

2014 से कोल सेक्टर में कई सुधार हुए
प्रधानमंत्री ने कहा- 2014 के बाद हमने कोल सेक्टर में कई सुधार किए। इनकी चर्चा दशकों से चल रही थी। कोल और माइनिंग के क्षेत्र में कॉम्पटीशन के लिए, पार्टिसिपेशन के लिए इसे खोलने का फैसला किया है। यह भी ध्यान रखा है कि नए प्लेयर्स को कोई परेशानी नहीं हो। मिनरल्स और माइनिंग हमारी इकोनॉमी के महत्वपूर्ण पिलर्स हैं। इस फैसले के बाद पूरा कोल सेक्टर आत्मनिर्भर हो जाएगा।

जो सुधार हुए उसका असर दूसरे क्षेत्रों पर भी होगा
मोदी ने कहा- हमने जो सुधार किए हैं उसका असर दूसरे क्षेत्रों पर भी पड़ेगा। जब कोल उत्पादन बढ़ता है तो फर्टिलाइजर, सीमेंट और तमाम क्षेत्रों पर सकारात्मक असर पड़ता है। सौभाग्य से हमारे यहां कोल, आयरन और बॉक्साइट के रिजर्व एक दूसरे के काफी नजदीक हैं। ऐसा लगता है कि परमात्मा ने हमारे लिए क्लस्टर्स बनाकर रखे हैं। कोल माइनिंग रिफॉर्म्स के साथ मिनरल के लिए हुए रिफॉर्म्स जुड़ जाने के साथ यह सभी सेक्टर मजबूत हुए हैं।

मांग मेक इन इंडिया से भारत का सपना पूरा
मोदी ने कहा- कुछ सप्ताह पहले तक हम एन 95 मास्क, पीपीई किट और दूसरे जरूरी सामान हम बाहर से मंगाते थे, लेकिन अब भारत अपनी मांग को मेक इन इंडिया से पूरा कर रहा है। बहुत जल्द ही हम अहम मेडिकल केयर एक्सपोर्टर भी बनेंगे। आप अपना हौसला बुलंद रखिए हम सब मिलकर इस सपने को पूरा कर सकते हैं। यह 130 करोड़ भारतवासियों का संकल्प है कि हमें आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

गृह मंत्री ने कहा- 2.8 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के इस ऐतिहासिक फैसले से भारत ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। मोदी सरकार के इस कदम से 2.8 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। 33 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा और राज्य सरकारों को 20 हजार करोड़ का सालान रेवेन्यू मिलेगा।

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