मुंबई। सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन होने के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूरों की मदद के लिए राज्य सरकार आगे आई है। सरकार ने निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को दो हजार रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया। यह रकम सीधे मजदूरों के बैंक खातों में जमा होगी। इसका फायदा करीब 12.5 लाख मजदूरों को होगा। करीब एक महीने से निर्माण से जुड़े काम बंद होने के कारण मजदूरों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। राज्य के भवन और अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड ने पांच-पांच हजार रुपए मजदूरों को देने की राज्य सरकार से सिफारिश की गई थी।
प्रदेश में शनिवार को 328 नए कोरोना संक्रमित मरीजों को मिलाकर राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 3 हजार 648 पर पहुंच गया। वहीं, संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई में मरीजों की संख्या 2 हजार 268 है। संक्रमण से अब तक राज्य में 212 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 126 मौतें मुंबई में हुईं।
मुंबई, पुणे और नागपुर में लॉकडाउन में राहत नहीं
महाराष्ट्र सरकार सोमवार से लॉकडाउन में कुछ राहत देने जा रही है, लेकिन मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, पुणे, पिंपडी-चिंचवड और नागपुर शहर को लॉकडाउन से कोई राहत नहीं मिलेगी। सरकार की राहत ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के उद्योगों और कृषि क्षेत्र के लिए है। यहां तक कि राज्य के महानगरपालिका क्षेत्र को भी रियायत नहीं दी गई है। सरकार ने कुछ शर्तो के साथ निर्माण कार्य और मानूसन से पहले की तैयारियों में राहत दी है।