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यूपी बोर्ड रिजल्ट आने में हो सकती है अभी और देरी, ये है खास वजह

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लखनऊ। इस साल जिन विद्यार्थियों ने यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा दी है उनको बेसब्री से अपने रिजल्ट का इंतजार है। हाल ही में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा आगामी 5 मई से कॉपियों की चेकिंग को फिर से शुरू किए जाने से ये बात जाहिर हो गई थी कि मई के अंत तक रिजल्ट आ जाएगा। लेकिन पूरे देश में फैले कोरोनावायरस की वजह से शिक्षकों ने कॉपियों के मूल्यांकन के लिए बनाए गए सेंटर्स पर जाकर कॉपियां चेक करने का विरोध किया है।

अध्यापकों ने कॉपियां चेक करने का किया विरोध
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव ने इस बात को कन्फर्म किया कि अध्यापकों ने सेंटर्स पर जाकर कॉपियां चेक करने से मना कर दिया है। उनका कहना था उनके बाहर निकलने से कोरोनावायरस की वजह से उनकी जान को खतरा हो सकता है। टीचर्स की मांग थी कि सरकार द्वारा उन्हें घर से ही कॉपी चेक करने की अनुमति दी जाए। ऐसा न किए जाने पर उन्होंने हाई कोर्ट का रुख करने की भी बात कही। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर सेंटर्स पर ही जाकर कॉपियां चेक करनी हों तो कम से कम रेड जोन वाले जिलों से सेंटर को हटाकर ग्रीन जोन में कर दिया जाए।

मई के अंत तक रिजल्ट आने का था अनुमान
संक्रमण के चलते शिक्षकों ने कॉपियां चेक करने से मना किया है ऐसे में रिजल्ट का आना मुश्किल जान पड़ता है। पहले उम्मीद की जा रही थी कि अगर 5 मई से कॉपियों की चेकिंग शुरू हो जाएगी तो करीब 2 हफ्ते में इसे पूरा करके रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा, जिससे माना जा रहा था कि मई के अंतिम हफ्ते तक या जून के पहले हफ्ते तक रिजल्ट आ जाएगा। लेकिन अब यह मुश्किल लग रहा है। अगर टीचर्स कॉपियां चेक नहीं करते हैं तो कम से कम 17 मई तक तो कॉपियों की चेकिंग शुरू ही नहीं हो पाएगी। क्योंकि, तीसरे फेज का लॉकडाउन 17 मई तक चलेगा।

कम से कम 15 दिन की और हो सकती है देरी
अगर ये मान के चलें कि लॉकडाउन को फिर से आगे नहीं बढ़ाया जाएगा और 18 मई से कॉपियां चेक की जाएंगी तो इस तरह से जो अभी तक रिजल्ट आने की निश्चित तारीख थी उससे कम से कम 15 दिन देरी होगी, और अगर कोरोना वायरस महामारी के कारण सरकार स्थिति को नियंत्रण में न मानकर लॉकडाउन को और भी बढ़ाती है तो रिजल्ट आने में और भी देरी होगी।

275 हैं मूल्यांकन केंद्र
बता दें कि मार्च में 10वीं और 12वीं की बोर्ड कॉपियों के चेकिंग की शुरुआत की गई थी, लेकिन उसके दो दिन बाद ही उसे बंद कर दिया गया। बाद में दूसरे फेज़ का लॉकडाउन 3 मई को खत्म होता मानकर सरकार ने 5 मई से फिर से कॉपियों की चेकिंग शुरू करने की बात कही थी। इसके लिए कुल 275 मूल्यांकन सेंटर्स बनाए गए थे और 1.47 लाख अध्यापकों इन कॉपियों को चेक करने के लिए नियुक्त किया गया था। ऐसे में छात्रों-छात्राओं को अपने रिजल्ट के लिए अभी और इंतज़ार करना पड़ सकता है।

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