महाराष्ट्र। पात्रा चॉल जमीन घोटाले मामले में सांसद संजय राउत फिलहाल जेल में हैं। राउत के भाग्य का फैसला आज होगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार दिन पहले उनके खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को राउत के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर टिप्पणी की है। वह एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। बीजेपी की तरफ से लगातार विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और शरद पवार संजय राउत की अनदेखी कर रहे हैं। इस पर एक सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि अनिल देशमुख, नवाब मलिक, संजय राउत को बिना वजह जेल में डाल दिया गया।
शरद पवार ने कहा कि बीजेपी वालों ने उन्हें जेल में डाल दिया और अब बता दें कि हमने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया। बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। दशहरा रैली को लेकर फिलहाल शिंदे और ठाकरे के बीच विवाद चल रहा है। पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी दशहरा रैली आयोजित करने का अधिकार है। बता दें कि संजय राउत फिलहाल इस मामले में न्यायिक हिरासत में हैं और उनकी जमानत अर्जी पर संयुक्त सुनवाई 19 तारीख को है।
सांसद संजय राउत को 31 जुलाई की रात डाक घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद राउत को पहले ‘ईडी’ की कस्टडी और फिर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। ईडी ने अदालत के समक्ष स्पष्ट किया कि संजय राउत के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध या नफरत के कारण कार्रवाई नहीं की गई। राउत फिलहाल आर्थर रोड जेल में बंद हैं। राउत की अगली रिमांड और जमानत अर्जी पर एक साथ सुनवाई होगी। तो क्या संजय राउत को अब डेढ़ महीने बाद मिली जमानत? आज समझ में आ जाएगा।