Home State करोड़ों में से एक होते हैं चीमा जगन्नाथ अडाव जैसे पुलिस अधिकारी

करोड़ों में से एक होते हैं चीमा जगन्नाथ अडाव जैसे पुलिस अधिकारी

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सत्यव्रत मुदगल, संवाददाता
मुंबई। सामान्यतः लोगों का पुलिस के प्रति गलत नज़रिया रहता है। लेकिन आज हम एक ऐसे पुलिस अधिकारी के बात कर रहे हैं जिसने कलयुग में भी अच्छे लोग हैं जैसी कथनी को सच सबित किया है। चीमा जगन्नाथ अढ़ाव एक ऐसे पुलिस अधिकारी हैं जो अपने अच्छे और सच्चे कार्यों के लिए भारत के महामहिम राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। अपनी पुलिस सेवा में चीमा जगन्नाथ अडाव ने अपनी वर्दी पर जरा भी दाग नहीं आने दिया है। उनके पास जो भी आता है संतुष्ट होकर जाता है चाहे वो किसी भी जाति या किसी भी मजहब का हो, चाहे वो गरीब हो या अमीर हो वे सबको अपना बनाकर भेजते हैं। मुंबई मलाड का मालवणी क्षेत्र जोकि बेहद संवेदनशील इलाका माना जाता है। जहाँ किसी पुलिस अधिकारी ट्रांसफर होकर आना मतलब लोहे के चने चबाने जैसा होता है, लेकिन आपने इस क्षेत्र में आकर अपने व्यवहार और कार्य कुशलता से सभी का दिल जीत लिया है।

रामराज फाउंडेशन ने किया सम्मान
चीमा जगन्नाथ अडाव का शुक्रवार को उनके नेक कार्यों के लिए रामराज फाउंडेशन के अध्यक्ष सुनील गुप्ता सम्मान किया। इस मौके पर उनके साथ में पिंपलेश्वर महादेव मंदिर के अध्यक्ष साजन तिवारी व अलावा मां जगदंबे नवरात्र उत्सव मंडल के मीडिया प्रभारी सत्यव्रत मुद्गल और चैतन्य सेवा समिति के अध्यक्ष खंडू डोंगरे के साथ अन्य प्रमुख लोग शमिल रहे। सम्मान करने वाले प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान कहा कि यह सम्मान चीमा जगन्नाथ अडाव जी की ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा का सम्मान है।