नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीट परीक्षा के संचालन में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर संसद में “सम्मानजनक” और अच्छी चर्चा करने का आग्रह किया क्योंकि यह देश के युवाओं से संबंधित है। कांग्रेस नेता ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि नीट मुद्दा आज का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है और विपक्षी दल इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी अन्य चीज से पहले इस पर चर्चा की जानी चाहिए।
अपने बयान में राहुल ने कहा कि यह युवाओं से जुड़ा मुद्दा है और इंडिया गुट का मानना है कि यह सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है। उन्होंने कहा कि संसद को युवाओं को संदेश देना चाहिए कि सरकार और विपक्ष छात्रों की चिंताओं को उठाने में एक साथ हैं। मैं पीएम मोदी से आग्रह करता हूं कि वे संसद में NEET मुद्दे पर सम्मानजनक, अच्छी चर्चा करें क्योंकि यह देश के युवाओं से संबंधित है।
वहीं, संसद में राहुल ने कहा कि हम विपक्ष और सरकार की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे – कि हम इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हैं। इसलिए, हमने सोचा कि छात्रों का सम्मान करने के लिए हम आज NEET पर चर्चा करेंगे, एक समर्पित चर्चा। हालांकि, स्पीकर ओम बिरला ने जोर देकर कहा कि पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की जाए।
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (अंडरग्रेजुएट) या एनईईटी-यूजी एनटीए द्वारा 5 मई को आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे, लेकिन इसके बाद अन्य अनियमितताओं के अलावा बिहार जैसे राज्यों में प्रश्न पत्र लीक के आरोप लगे। शिक्षा मंत्रालय ने इनपुट मिलने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) और एनईईटी (स्नातकोत्तर) परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया।
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) से जुड़ी कथित अनियमितताओं, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ‘नाकामी’ और पेपर लीक से जुड़े मुद्दों पर तत्काल चर्चा कराने की मांग को खारिज किए जाने के बाद विपक्षी सदस्यों ने शुक्रवार को राज्यसभा में हंगामा किया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब आधे घंटे के भीतर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।