Home Regional निर्यातक एवं निर्यात प्रोत्साहन संवर्धन की समृद्धि के लिए हुआ मंथन

निर्यातक एवं निर्यात प्रोत्साहन संवर्धन की समृद्धि के लिए हुआ मंथन

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  • कार्यक्रम में एक्पर्ट्स ने साझा किये अपने अनुभव एवं निर्यात से सम्बंधित विभिन्न योजनाएं
  • विशेषज्ञ बोले सरकार और उद्यमियों के आपसी तालमेल से मिलेगी इंडस्ट्री व निर्यात को रफ़्तार

फ़िरोज़ाबाद। केंद्र सरकार भारत से निर्यात बढ़ाने पर जोर दे रही है और निर्यात में वृद्धि करने की दिशा में निर्यातकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। मौका था ईसीजीसी लि. एवं फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो), ग्लास मैन्युफैक्चरर एक्सपोर्ट एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती और जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के द्वारा आयोजित निर्यात संवर्धन कार्यक्रम का जो कि 10 जून 2024 को जनपद फ़िरोज़ाबाद के एक होटल में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारम्भ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर के किया, इस मौके पर आरके सोनी आईटीएस संयुक्त महानिदेशक विदेश व्यापार, भारत सरकार, अमित कुमार क्षेत्रीय प्रबंधक, ईसीजीसी, शुश्री ऋद्धि सहायक आयुक्त जिला उद्योग केंद्र, मुकेश बंसल अध्यक्ष एवं श्री सर्वर हुसैन, सचिव, ग्लास मैन्युफैक्चरर एवं एक्सपोर्ट एसोसिएशन, हेमंत अग्रवाल, अध्यक्ष लघू उद्योग भारती, आशीष वर्मा शाखा प्रबंधक ईसीजीसी, आलोक श्रीवास्तव सहायक निदेशक फियो एवं अन्य अतिथि मौजूद रहे।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने संबोधन में बताया कि किसी भी देश के आर्थिक विकास में निर्यात की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। निर्यात कि दृष्टि से भारत का निर्यात प्रदर्शन लगातार बढ़ रहा हैं जिसमे उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है और निर्यात भविष्य भी सुनहरा दिख रहा है। जिससे देश को आर्थिक गति देने में बल मिलेगा। भारत सरकार अगले तीन वर्षो में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के उद्देश्य से अपने विभागों में नीतिगत सुधार कर रही है और निर्यातको को और अधिक सहुलिते कैसे दी जाएं इस पर भी जोर दिया जा रहा है। जिसमे उत्तर प्रदेश का 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य निर्धारित हैं ।

आरके सोनी संयुक्त महानिदेशक विदेश व्यापार ने विदेश व्यापार नीति के अंर्तगत डीजीएफटी भारत सरकार के द्वारा निर्यात में प्रदान की जा रही विभिन्न योजनाओं में बारे में बताया एवं जिला निर्यात हब योजना के अंतर्गत निर्यात बढ़ाने व नए बाजार उपलब्ध कराने, ब्रांडिंग, अन्य विषयों पर चर्चा की जिसे निर्यातकों ने उपयोगी कहा एवं सवाल जवाब भी किये। ऋद्धि सहायक आयुक्त जिला उद्योग केंद्र ने उद्योग निदेशालय के द्वारा चलाई जा रही निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं एवं उत्तर प्रदेश  निर्यात नीति व उनके लाभ के बारे में सभी उद्यमियों व निर्यातकों को जानकारी प्रदान की। जनपद में नए उद्यम स्थापित करने व उनके लाभ के बारे में  चर्चा की एवं पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। एवं राज्य सरकार निर्यात प्रोत्साहन योजना के सरलीकरण के बारे में निर्यातकों एवं उद्यमियों को अवगत कराया।

मुकेश बंसल अध्यक्ष, ग्लास मैन्युफैक्चरर एवं एक्सपोर्ट एसोसिएशन ने अपने सम्बोधन में निर्यात को जनपद से बढ़ाने पर जोर दिया और नए उद्यमियों को हैंडहोल्डिंग की जाए इस पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने अपने संबोधन में इस तरह के आयोजन होते रहने की इच्छा भी जतायी जिससे नये उद्द्मियो को निर्यात करने में दिशा मिलेगी और निर्यात में जनपद से वृद्धि हो सके। साथ ही उन्होंने कहा कि उद्योग के संवर्धन के लिए प्रोत्साहन स्वरूप सरकार की ओर से जितने भी कदम उठाए जा रहे है वह सराहनीय है।

हेमन्त अग्रवाल अध्य्क्ष लघु उद्योग भारती ने सभी अधिकारियों एवं उद्द्मियो का स्वागत करते हुए जिले से निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया। अमित कुमार क्षेत्रीय प्रबंधक, ईसीजीसी लिमिटेड ने ईसीजीसी के विजन और मिशन के बारे में विस्तार से बताया कि निर्यात ऋण बीमा और व्यापार से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए भारतीय निर्यात उद्योग को लागत प्रभावी बीमा और व्यापार संबंधी सेवाएं प्रदान करके समर्थन देना है।

आशीष वर्मा शाखा प्रबंधक ने अपने संबोधन में भारत के व्यापार के वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करने और सुविधा प्रदान करने के लिए, खरीदारों, बैंकरों और देशों की योग्यता पर समय पर जानकारी प्रदान करके भारतीय निर्यातकों को उनके क्रेडिट जोखिमों के प्रबंधन में सहायता करना हैं  भारतीय निर्यातकों को अप्रत्याशित नुकसान से बचाना, जो खरीदार की विफलता के कारण उत्पन्न हो सकता है पॉलिसी के रूप में लागत प्रभावी क्रेडिट बीमा कवर प्रदान करती हैं।

आलोक श्रीवास्तव सहायक निदेशक फियो ने निर्यातकों को दी जा रही निर्यात सम्बन्धित सुविधाओं से अवगत कराया, निर्यात प्रक्रिया, दस्तावेज, कस्टम प्रोसीजर व निर्यात सम्बंधित सुविधाओं के बारे में बताया व उनके सवालो के जवाब भी दिये जिससे निर्यातक सन्तुष्ट हुए। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, लिंक्सटिन (India EFTA) के साथ मुक्त व्यापार समझौते कर लिए हैं। जिससे नए बाजार निर्यात की दृष्टि से निर्यातकों को मिलेंगे, यूरोप, इंग्लैंड, कनाडा से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के अंतिम चरण पर बात की जा रही है जिससे निर्यातकों को नए अवसर व बाजार तलाशने में मदद मिलेगी, इन एग्रीमेंट से प्रदेश के निर्यातकों के लिए नए वैश्विक बाजार खुल जायेंगे। फिरोजाबाद जनपद का कुल निर्यात लगभग 683 करोड़ रुपये रहा वित्तीय वर्ष 2023-24 में रहा। इसी क्रम में अधिकारियों ने कहा कि जनपद से निर्यात अवसरों का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए राज्यों के साथ मजबूत जुड़ाव की आवश्यकता है और प्रत्येक जिले को एक निर्यात हब में परिवर्तित करने के दृष्टिकोण के तरफ आगे बढ़ना है।

फिरोजाबाद में निर्यात कार्यक्रम का उद्देश्य जिले से निर्यात किए गए उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है और निर्यात में आने वाले अवसर चुनौतियों ऑनलाइन मोड्यूल के बारे मे बताया गया साथ ही साथ विभागों द्वारा चलायी जा रही निर्यात सम्बंधित जानकारी के बारे में निर्यातकों को अवगत कराया गया और उनके सुझावो पर विशेषज्ञों द्वारा विचार विमर्श किया गया तथा विभागों द्वारा सभी स्तर पर निर्यातकों को प्रदान किये जा रहे सहयोग के बारे में जागरूकता फैलाना और सभी संस्थानों को एक साथ लाना और उन्हें सक्रिय भागीदार बनाना है।

सभी अधिकारियो के द्वारा निर्यात संबंधित सहयोग करने का भी आश्वासन दिया गया। कार्यक्रम में जिले के 70 से अधिक उद्यमियों व निर्यातकों ने भाग लिया और कार्यक्रम को बहुत ही उपयोगी बताया साथ ही साथ भविष्य में इस तरह के और भी सम्मेलन आयोजित करने की इच्छा जताई। राजीव दीक्षित उपाध्यक्ष ग्लास मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद दिया एवं कार्यक्रम को बहुत उपयोगी बताया ।