Home Agra News संस्कृत की उपयोगिता बताने व भारतीय संस्कृति से परिचित कराने की पहल

संस्कृत की उपयोगिता बताने व भारतीय संस्कृति से परिचित कराने की पहल

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  • आंबेडकर विवि में कुलपति प्रो आशु रानी के निर्देशन और अध्यक्षता मेँ आयोजित हुआ संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता

आगरा। उत्तर प्रदेश शासन के अधीन संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन 3 सितंबर को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी हिंदी तथा भाषा विज्ञान विद्यापीठ में कुलपति प्रो आशु रानी के निर्देशन और अध्यक्षता मेँ आयोजित किया गया । इस अवसर पर केंद्रीय हिंदी संस्थान के नवीकरण एवं भाषा प्रचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. उमापति दीक्षित मुख्य अतिथि थे।

इस अवसर पर विद्यापीठ के निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीधर ने बताया कि संस्कृत भाषा सीखने में कठिनता आती है। संस्कृत में रोजगाऱ नहीं मिलेगा। ऐसी भ्रान्तियों को दूर करने और संस्कृत भाषा की उपयोगिता तथा भारतीय संस्कृति से परिचित कराने के उद्देश्य से ही संस्कृत प्रतिभा खोज परीक्षा जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

85 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया
प्रतियोगिताएं दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक चली। प्रतियोगिता में जनपद के संस्कृत विद्यालयों के साथ अन्य विद्यालयों के प्रतिभागियों ने भी प्रतिभाग किया । संस्कृत गीत प्रतियोगिता के निर्णायक की भूमिका में डॉ .निशीथ गौड़ एवं डॉ. मनोज कुमार एवं संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में डॉ. राजेंद्र दवे एवं डॉ. डॉली शर्मा और संस्कृत वाचन प्रतियोगिता में डॉ. वंदना मिश्रा एवं डॉ. रेखा सिंह ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से तीन प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इन सभी प्रतियोगिताओं में लगभग 85 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

इस दौरान रहे मौजूद
इस अवसर पर पल्लवी आर्य, डॉ संदीप शर्मा, डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. केशव शर्मा, डॉ.रमा, डॉ. मोहिनी दयाल, कंचन, प्रीती यादव, विशाल, उपेंद्र, विनीता शिल्पी, अपूर्वा, मनोज, योगी सूर्यनाथ सत्यम, कांत, अजय प्रशांत आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।