Home Agra News क्रियायोग का उद्देश्य आध्यात्मिक चेतनाओं को जगाना है: स्वामी अच्युतानंद

क्रियायोग का उद्देश्य आध्यात्मिक चेतनाओं को जगाना है: स्वामी अच्युतानंद

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  • योगदा सत्संग ध्यान केन्द्र ने क्रियायोग के द्वारा चिंतामुक्त जीवन पर व्याख्यान आयोजित किया

आगरा। योगदा सत्संग ध्यान केंद्र आगरा की ओर से परमहंस योगानन्द की शिक्षाओं पर क्रियायोग के द्वारा चिंतामुक्त जीवन पर साधना समागम पर व्याख्यान आयोजित किया। शुभारम्भ मुख्य वक्ता स्वामी अच्युतानंद, स्वामी आम्यमानंद, स्वामी आदित्यानन्द, पुलिस उपायुक्त केशव चौधरी और अध्यक्ष किरण यादव ने दीप प्रवज्जलित कर किया।

चिंता का कारण क्रोध
स्वामी अच्युतानंद ने कहा कि क्रिया योग का उद्देश्य आध्यात्मिक चेतनाओं को जगाना है। जीवन का लक्ष्य आनंद की खोज करना है, क्रिया योग का स्वरूप चिरानन्द है। स्वामी अच्युतानंद ने कहा कि हम जो चाहते है वो नहीं मिलता है, जबकि हमारे अंदर असीम शक्ति का भण्डार है।उसका असली स्वरूप आत्मा है। स्वामी अच्युतानंद ने कहा कि हमें अपने को निर्लिप्त बनाना चाहिए। चिंता का कारण क्रोध है। अपने अंदर की अज्ञानता को जब दूर करेंगे तब ही हम ज्ञान को प्राप्त करेंगे । क्रिया योग से अपने अंदर की समझ को पैदा करना है।

इस अवसर पर रहे मौजूद
इस अवसर पर अध्यक्ष किरण यादव, ललिता शर्मा, आरके शर्मा, आर. एस. राना, आर. एस. भदौरिया, अमित मिश्रा, यागवेंद्र प्रताप सिंह, रेखा गुप्ता, सौमित्र शर्मा, संजीव यादव, लोविना यादव, वंदना यादव आदि मौजूद रहे।