नई दिल्ली। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में चीन भले ही अड़ंगा अड़ा रहा हो लेकिन हकीकत यह है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लाएगा। सूत्रों के मुताबिक, फ्रांस इसको लेकर एक दो दिनों में प्रस्ताव ला सकता है।
कश्मीर के पुलवामा में फिदायीन हमले की जिम्मेदारी भी इसी संगठन ने ली है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की जान गई है। भारत काफी समय से संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत अजहर को वैश्विक आतंकी सूची में डालने के प्रयास करता रहा है।
फ्रांस सरकार की ओर से अगले एक-दो दिन में संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को आतंकी लिस्ट में शामिल करने की मांग को लेकर प्रस्ताव देगा। इसे भारत के लिए एक अच्छी खबर माना जा रहा है। इससे पहले चीन ने अजहर को वैश्विक आतंकी सूची में डालने की भारत की अपील का साथ देने से इनकार कर दिया था।
मसूद अजहर पाकिस्तान का रहने वाला है और वो अपने आतंकी संगठन को पाकिस्तान से ही चलाता रहा है। बता दें कि अजहर कई साल तक भारत की जेल में बंद रहा चुका है। 1999 में आतंकियों ने 178 पैसेंजरों के साथ प्लेन को नेपाल के काठमांडू से हाईजैक कर लिया था।
इस प्लेन के बदले भारत सरकार को मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को रिहा करना पड़ा था। रिहाई के बाद बीते दो दशकों से अजहर भारत में आतंक फैलाता रहा है। भारत में बीते सालों में हुए कई आतंकी हमलों के पीछे उसको ही माना जाता है।