राजस्थान रॉयल्स के लिए इंडियन प्रीमियर लीग 2019 में वक्त तेजी से बीत रहा है। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली इस टीम ने पांच में से सिर्फ एक मैच जीता है। उन्होंने सिर्फ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराया है। राजस्थान की मुश्किलें यह भी हैं जल्द ही उसके विदेशी खिलाड़ी वर्ल्ड कप कैंप में चले जाएंगे। ऐसे में उसे दौड़ में बने रहने के लिए जीत की पटरी पर लौटना होगा।
राजस्थान की एक बड़ी मुश्किल उसके स्टार खिलाड़ियों का प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है। बेन स्टोक्स के लिए यह सीजन बहुत खराब रहा है। उन्होंने पांच पारियों में सिर्फ 76 रन बनाए हैं और चार विकेट लिए हैं। उनका इकॉनमी रेट भी बहुत खराब रहा है। उन्होंने 10.84 के औसत से रन दिए हैं। राहुल त्रिपाठी ने पुणे के लिए टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी की थी लेकिन राजस्थान में मिडल ऑर्डर में बैटिंग कर रहे हैं। उन्होंने चार पारियों में सिर्फ 80 रन बनाए हैं।
राजस्थान की निगाहें घरेलू मैदान का फायदा उठाकर गत चैंपियन चेन्नै को हराकर उलटफेर करने पर लगी होंगी। वहीं चेन्नै की टीम ने पिछले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स पर सात विकेट से शानदार जीत हासिल की और आत्मविश्वास से लबरेज है। टीम छह मैचों में पांच में जीत हासिल कर तालिका में शीर्ष पर काबिज है।
महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वालीचेन्नई सुपर किंग्स के पास किसी भी मैदान पर और हर तरह की परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन करने के लिये संतुलित टीम मौजूद है। राजस्थान हालांकि लय हासिल करने में अब तक जूझ रही है। पिछले मैच में हारने के बाद वे मुश्किल स्थिति में हैं और प्ले ऑफ की उम्मीद जीवंत रखने के लिए उन्हें अपने बचे हुए सभी मैचों में फतह हासिल करनी होगी।
टीम अपने पिछले मैचों में मिले मौकों को हासिल करने में विफल रही है और पिछले मैच में उन्हें घरेलू मैदान में कोलकाता नाइट राइडर्स ने धो दिया था। इस आईपीएल में पहला शतक जड़ने वाले संजू सैमसन अभी तक चोट से उबर नहीं सके हैं और सत्र की चमकदार शुरूआत के बाद जोस बटलर भी पिछली दो पारियों में विफल रहे हैं। हालांकि राजस्थान के लिए सकारात्मक चीज पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ का फॉर्म में लौटना है, जिन्होंने बैंगलोर के खिलाफ 38 रन बनाने के बाद केकेआर के खिलाफ नाबाद 73 रन की पारी खेली जिससे टीम 139 रन का स्कोर बना सकी।