ग्लोबल डेस्क। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने बुधवार को ब्लैकहोल की पहली तस्वीर जारी की। आकाशगंगा एम87 में 53।5 मिलियन प्रकाश-वर्ष दूर मौजूद इस विशालकाय ब्लैक होल की तस्वीर जारी की गई है जिससे गैस और प्लाजमा का नांरगी रंग का प्रकाश निकलता दिख रहा है। वैज्ञानिकों ने ब्रसल्ज, शंघाई, तोक्यो, वॉशिंगटन, सैंटियागो और ताइपे में एकसाथ प्रेस वार्ता की और जिस दौरान इस तस्वीर को जारी किया गया। अंतरिक्ष के बारे में जानने को उत्सुक दुनिया भर के उत्साही लोग ब्लैकहोल की पहली वास्तविक तस्वीर का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
दुनिया भर में स्थित छह दूरबीनों के डेटा का उपयोग करते हुए, ईवेंट होरिजन टेलिस्कोप (ईएचटी) परियोजना में शामिल वैज्ञानिकों ने यह तस्वीर निकाली है।
क्या है ब्लैक होल?
ब्लैक होल ऐसी खगोलीय शक्ति है, जिसका गुरुताकर्षण क्षेत्र काफी शक्तिशाली होता है। इसके खिंचाव से कुछ नहीं बच सकता।ब्लैक होल के चारों एक सीमा होती है। उस सीमा को घटना क्षितिज कहा जाता है। उसमे वस्तुएं गिर सकती हैं लेकिन वापी नहीं आ सकती। इसलिए इसे ब्लैक होल कहा जाता है। क्योंकि यह अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश को अवशोषित कर लेता है और उसके बदले में कुछ भी परावर्तित नहीं करता है।
माना जाता है कि इससे मानवीय कल्पना को अपनी ओर खींचने वाले स्पेसटाइम फैब्रिक के रहस्यमय, विकृत क्षेत्र के आकार का खुलासा हो सकता है और कई साइंस-फिक्शन फिल्में बनाने की प्रेरणा मिल सकेगी और इससे आने वाली पीढ़ियों के लिए शोध सामग्री उपलब्ध हो सकती है।