भुवनेश्वर/रायपुर। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ओडिशा में संबलपुर की चुनावी सभा में कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा- जिनकी प्राथमिकता सिर्फ मलाई खाने की रही हो, उनको आपकी चिंता कैसे होगी? चिटफंड और खनन माफिया को ही अगर सरकारें संरक्षण देती रहेंगी, तो सामान्य मानवी की चिंता कैसे संभव है। कोल ब्लॉक घोटाले में किस तरफ उंगलियां उठी हैं, ये भी ओडिशा के लोग भली-भांति जानते हैं।
छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी की दो चुनावी जनसभाएं
प्रधानमंत्री की पहली सभा कोरबा और दूसरी बलौदाबाजार जिले के भाटापारा में है। यहां मोदी उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों और व्यापारियों को साधने की कोशिश करेंगे। अधिसूचना जारी होने के बाद मोदी की राज्य में दूसरी सभा है। यहां की सात सीटों पर भाजपा की नजर है। इस क्षेत्र में तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर हल्दी-चावल देकर लोगों को मोदी की सभा में आने के लिए आमंत्रित किया।
विधानसभा चुनाव में हुई हर के बाद रूठों को मनाने की कोशिश
विधानसभा चुनाव में मिली हार और इसके नतीजों ने भाजपा की इस सोच को बदला कि आम मजदूर और आदिवासी उनके साथ हैं। अब लोकसभा चुनाव में उसकी पहली प्राथमिकता इन रूठों को मनाना है।
दोनों सभाओं से 6 लोकसभा क्षेत्रों को साधने की कोशिश
मोदी की पहली सभा कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा के उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने के लिए होगी। इसमें वे इस क्षेत्र के उद्योगों में काम करने वाले संगठित और असंगठित मजदूरों को साधने की कोशिश होगी। वहीं, भाटापारा की सभा से रायपुर, बिलासपुर और जांजगीर चांपा लोकसभा क्षेत्रों को साधने की कोशिश है। भाटापारा अनाज का हब माना जाता है। जीएसटी की वजह से यहां व्यापारियों में नाराजगी ह