ग्लोबल डेस्क। पाकिस्तान ने शनिवार को ईरान को एक विरोध पत्र भेजा जिसमें 14 पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों के हाल के लक्षित हत्या में संलिप्त तेहरान आधारित ‘आतंकवादियों’ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि अर्द्धसैन्य जवानों की वर्दी पहने हुए अज्ञात बंदूकधारियों ने बृहस्पतिवार को 14 यात्रियों की हत्या कर दी थी। मारे गए सुरक्षाकर्मियों में से ज्यादातर पाकिस्तानी नौसेना के सैनिक थे। उन्होंने अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक राजमार्ग पर बस से उन्हें उतरने के लिए विवश किया और इस कृत्य को अंजाम दिया।
ईरान को पाकिस्तानी विदेश कार्यालय की ओर से भेजे गए पत्र के अनुसार, पाकिस्तान की सशस्त्र सेना के कम से कम 14 जवानों को बलूचिस्तान के ओराम्रा इलाके से बस से उतारा गया और उनकी हत्या कर दी गई। विदेश कार्यालय ने कहा कि बलूच राष्ट्रवादी समूह के ‘आतंकवादी’ ईरान में सीमा से लगे एक क्षेत्र से सक्रिय हैं। कार्यालय ने तेहरान से उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है।
कई बार ईरान के आतंकवादी समूहों के ठिकानों की पहचान कर चुका पाक
उसने कहा, ‘तीन बलूच आतंकवादी संगठनों के गठबंधन बीआरएएस ने इस आतंकवादी कृत्य के लिए जिम्मेदारी लेने का दावा किया है।’ पत्र में कहा गया है, ‘ईरान में स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा 14 निर्दोष पाकिस्तानियों की हत्या बहुत गंभीर घटना है जिसका पाकिस्तान कड़ा विरोध करता है। पाकिस्तान ईरान में स्थित समूहों के खिलाफ कार्रवाई के अनुरोध में उस देश की प्रतिक्रिया का इंतजार करता है। ईरान के इन आतंकवादी समूहों के ठिकानों की पहचान पाकिस्तान ने कई दफा की है।’
ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कि हमले की निंदा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की रविवार से शुरू हो रही ईरान की पहली यात्रा के मद्देनजर इस घटना को अंजाम दिया गया है। ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान-ईरान संबंधों के दुश्मन इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान के ईरान की ऐतिहासिक पहली यात्रा शुरू करने के मद्देनजर पाकिस्तान में हाल के आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। आतंकवादी, चरमपंथी और उनके प्रायोजक मुस्लिम देशों के बीच करीब संबंधों से डरे हुए हैं।’