इंटरनेशनल डेस्क। यमन के हूती विद्रोहियों ने महत्वपूर्ण लाल सागर बदंरगाहों की सुरक्षा तटरक्षक बल को सौंप दी, लेकिन सैन्य उपकरण हटाने के लिए अभी काफी काम किया जाना है। संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को यह जानकारी दी। विद्रोहियों ने यमन की सऊदी समर्थक सरकार और ईरान समर्थक हूतियों के बीच दिसंबर में स्वीडन में मुश्किल से हुए समझौते के तौर पर बंदरगाह सौंप दिया।
सरकार ने विद्रोहियों पर बंदरगाहों को अलग वर्दी पहने हुए अपने ही बलों को सौंपने का आरोप लगाया। संयुक्त राष्ट्र ने रविवार को कहा कि वह हुदैदा, सालीफ और रास इस्सा टर्मिनल से हूती विद्रोहियों की वापसी की निगरानी कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा, ‘उपकरणों को हटाने के लिए काफी काम किया जाना है लेकिन सहयोगी काफी अच्छा है। संयुक्त राष्ट्र के दल निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से इन प्रारंभिक कदमों की निगरानी करते रहेंगे।’
संयुक्त राष्ट्र की एक टीम बंदरगाह पर मौजूद थी और उनकी निगरानी में ही हूती विद्रोहियों ने तटरक्षक बल को सुरक्षा सौंपने का काम किया। हौती प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम ने कहा, ‘बंदरगाहों की सुरक्षा सौंपने के अपने वादे को हमने पूरा कर दिया है। यह इस क्रम का पहला फेज है।’ फिलहाल कुछ दिनों तक संयुक्त राष्ट्र की टीम पूरे प्रक्रिया की निगरानी होती रहेगी।