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अब और मुश्किल होगा डीयू में अप्लाई करना

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Candidates after the counseling in process to apply online registration for admission in Delhi University in New Delhi on Friday. EXPRESS PHOTO BY PRAVEEN KHANNA 03 06 2016.

नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी में कई अंडरग्रैजुएट कोर्सों में अप्लाई करने की योग्यता में बड़े बदलाव किए गए हैं यानी डीयू सीट की फाइट में शामिल होना भी अब स्टूडेंट्स के लिए मुश्किल है। इन बदलावों को लेकर डीयू के कुछ टीचर्स ने कड़ा ऐतराज जताया है और डीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश त्यागी को लेटर लिखा है। टीचर्स का कहना है कि अप्लाई करने का क्राइटेरिया ही मुश्किल कर दिया गया है, ऐसे में डीयू से कई स्टूडेंट्स दूर हो रहे हैं। इतने बड़े बदलावों को डीयू की ऐकडेमिक काउंसिल में बिना चर्चा के लागू कर दिए गए हैं। टीचर्स का कहना है कि पिछले साल की तरह ही एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया रखा जाए।

डीयू की यूजी बुलेटिन के मुताबिक, अब बीकॉम ऑनर्स में अप्लाई करने के लिए बेस्ट फोर का स्कोर कम के कम 60% होना चाहिए। पहले मैथ्स/बिजनेस मैथमैटिक्स पढ़ा होना जरूरी था। साथ ही, 12वीं में कम से कम 45% नंबर जरूरी थे। मगर इस साल 60% लाने पर ही आप मैदान में होंगे। बेस्ट फोर में इंग्लिश/हिंदी और बेस्ट तीन सब्जेक्ट जोड़ने होंगे। तीन सब्जेक्ट मैथ्स, अकाउंटेंसी, इको, बिजनेस स्टडीज/कॉमर्स में से चुनने होंगे। इसके अलावा मैथ्स/बिजनेस मैथ्स में अब कम से कम 50% जरूरी है। इसी तरह से बीकॉम में ऐडमिशन लेना है तो कम से कम 60% नंबर होना जरूरी है, पिछले साल 40% की शर्त थी। वीसी को लेटर ईसी मेंबर्स डॉ। राजेश झा, जेएल गुप्ता समेत कुछ ईसी मेंबर्स ने भेजा है। डीयू की एग्जिक्यूटिव कमिटी के मेंबर डॉ। राजेश झा कहते हैं, क्राइटेरिया बदलने का फैसला बहुत बड़ा है और इसके लिए ऐकडेमिक काउंसिल है। रिजर्व्ड कैटिगरी के स्टूडेंट्स पर इसका नेगेटिव असर पड़ेगा। ऐडमिशन कमिटी के एक अधिकारी का कहना है कि यह फैसला ऐडमिशन कमिटी नहीं करती। इसके लिए बहुत पहले से काम होता है। यह कॉलेज, डिपार्टमेंट और फैकल्टी करती है, हम सिर्फ इसे बुलेटिन में डालते हैं। हालांकि, जो प्रावधान है, उसे फॉलो करके ही यह इन्फर्मेशन बुलेटिन में पहुंचा है। सभी बीए ऑनर्स के लिए एलिजिबिलिटी 50% से 55% कर दिया है, जो पिछले साल 45% था। लैंग्वेज में ऑनर्स के लिए पिछले साल की तरह नियम 45% का है। ऐप्लाइड साइकलॉजी, जियोग्राफी, पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, सोशल वर्क, सोसियॉलजी, फिलॉसफी और साइकलॉजी ऑनर्स के लिए 55% की शर्त रखी गई है। इंग्लिश ऑनर्स के लिए 55% और इंग्लिश सब्जेक्ट में भी इतना स्कोर होना जरूरी है।

वहीं, पहले इको ऑनर्स के लिए मैथ्स पढ़ी होनी जरूरी थी मगर अब मैथ्स बेस्ट फोर में शामिल करनी जरूरी है। 60% की शर्त इकनॉमिक्स ऑनर्स के लिए भी है। बीएससी मैथ्स ऑनर्स और बीएससी स्टैटिस्टिक्स ऑनर्स के लिए अब 45% से 50% से कम वाला स्टूडेंट अप्लाई नहीं कर पाएगा। अब 60% होना जरूरी है। इसके अलावा इन कोर्सों के लिए मैथ्स में पिछले साल की तरह 50% नहीं बल्कि कम से कम 60% होने जरूरी है। बीएससी में बेस्ट तीन सब्जेक्ट में 55% एलिजिबिलिटी नहीं रही, बल्कि 60% हो गई है। इसके अलावा, बीए प्रोग्राम के लिए भी 12वीं क्लास में कम से कम 40% की बजाय 50% होना जरूरी है।

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