जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी में नामांकन वापसी के दिन जबरदस्त हंगामा हो गया। स्क्रूटनी कमेटी ने एबीवीपी के महासचिव और उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज कर दिए। इस बात से भड़के उम्मीदवार और एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्) कार्यकर्ता मुख्य चुनाव अधिकारी के कक्ष में पहुंचे और जमकर हंगामा किया। हंगामा इतना बढ़ गया कि ABVP राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा मुख्य चुनाव अधिकारी को मारने तक के लिए दौड़ पड़े, लेकिन पुलिस ने मीणा को पहले ही रोक लिया।
इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की भीड़ डीएसडब्ल्यू ऑफिस का घेराव करने पहुंची। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस ने भीड़ को आगे नहीं बढ़ने दिया। उधर स्टूडेंट की भीड़ को देखते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी ने अपने दफ्तर को अंदर से बंद कर लिया और किसी के भी प्रवेश पर रोक लगा दी।
मुख्य चुनाव अधिकारी हर्ष द्विवेदी के अनुसार महासचिव के एबीवीपी उम्मीदवार अरविंद झा ने कोर्ट के नियमों के विपरीत नामांकन दाखिल किया था, वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए साक्षी ने गलत दस्तावेज पेश किए थे। ऐसे में दोनों प्रत्याशियों का नामांकन खारिज हो गया है। जिसको लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ता बीएसडब्ल्यू आफिस में हंगामा कर रहे हैं।
DSW ऑफिस ने महासचिव पद पर रोहिताश मीणा निर्दलीय के नामांकन को भी खारिज किया है। हालांकि रोहिताश मीणा ने पहले एनएसयूआई की विचारधारा से ही फॉर्म भरा था। लेकिन जो सूची एनएसयूआई ने जारी कि उसमें संजय चौधरी को महासचिव पद पर उम्मीदवार घोषित किया गया।
ABVP-NSUI को टक्कर देंगे निर्दलीय
छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी से नरेंद्र यादव, एनएसयूआई से रितु बराला और एसएफआई से राजेंद्र कुमार गोरा ने नामांकन भरा है। वहीं, एनएसयूआई से बागी होकर मंत्री मुरारीलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल ने नामांकन दाखिल किया है। इसके साथ ही संजय चौधरी, निर्मल चौधरी, प्रताप भानु मीणा, हेतेश्वर कुमार ने भी निर्दलीय नामांकन भरा है।
नामांकन वापसी के दिन के प्रमुख घटनाक्रम ऐसे रहे
- एबीवीपी के दो प्रत्याशियों का नामांकन खारिज हो गया। इनमें महासचिव के लिए अरविंद झा और उपाध्यक्ष के लिए साक्षी का नाम है।
- राजस्थान कॉलेज से उपाध्यक्ष पद पर दिनेश चौधरी और संयुक्त सचिव पर विष्णु मीना ने नामांकन वापिस ले लिया।
- कॉमर्स कॉलेज से संयुक्त सचिव प्रत्याशी तनिष्क पारीक ने अपना नॉमिनेशन वापस लिया।