आगरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने बुधवार को एक ऐतिहासिक निर्णय में राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम (एनआईसीडीपी) के तहत 28,602 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 12 नए परियोजना प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। ये कदम देश के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने के लिए तैयार है. जिससे औद्योगिक नोड्स और शहरों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार होगा। जो आर्थिक विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा।
10 राज्यों में फैले और रणनीतिक रूप से नियोजित 6 प्रमुख गलियारों के साथ ये परियोजनाएं भारत की विनिर्माण क्षमताओं और आर्थिक विकास को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाएंगी। ये औद्योगिक क्षेत्र उत्तराखंड में खुरपिया, पंजाब में राजपुरा-पटियाला, महाराष्ट्र में दिघी, केरल में पलक्कड़, उत्तर प्रदेश में आगरा और प्रयागराज, बिहार में गया, तेलंगाना में जहीराबाद, आंध्र प्रदेश में ओरवाकल और कोप्पर्थी और राजस्थान में जोधपुर-पाली में स्थित हैं।
आगरा के लिये आखिर अच्छी खबर आ ही गई, पूरे देश में केवल 12 ग्रीन फील्ड इंडस्ट्रियल टाउन में आगरा का नाम होना निश्चित ही उद्योग जगत के लिये तो अच्छी खबर है। आगरा में रोजगार की सम्भावनाएँ भी बढ़ेंगी। देश के चुनिंदा स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउन में से एक आगरा का होगा यह गौरव की बात है। आगरा में निश्चित ही संभावनायें हैं आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे नोएडा दिल्ली से मात्र 2 घंटे, जेवर एयरपोर्ट से 1/2-2 घंटे, केएमपी से गुरुग्राम और दिल्ली एयरपोर्ट मात्र 3 घंटे की दूरी पर है। लखनऊ एक्सप्रेस-वे, रिंग रोड, उत्तरी और दक्षिणी बाई पास विस्तार की असीमित संभावनाएँ है। आशा है आईटी और डिफेन्स कॉरिडोर का मार्ग प्रशस्त होगा।
-पूरन डावर, अध्यक्ष, एफमेक