कुपवाड़ा। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास गुरुवार को हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है। अधिकारियों के अनुसार, उत्तरी कश्मीर जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास गोलीबारी हुई। गोलीबारी का आदान-प्रदान जारी है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। इससे पहले दिन में जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना का एक जवान घायल हो गया था।
मुठभेड़ रात करीब 2 बजे कस्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में शुरू हुई। यह डोडा जिले में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए एक अधिकारी सहित चार सैन्यकर्मियों के शहीद होने के बाद आया है। कैप्टन ब्रिजेश थापा, नायक डी. राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय ने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। इसके तुरंत बाद, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी।
16 जुलाई के हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक छाया समूह कश्मीर टाइगर्स ने ली थी। पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू क्षेत्र में आतंकी हमलों में हालिया वृद्धि के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। 14 जुलाई को भारतीय सेना ने कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया, जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए। 6 जुलाई को कुलगाम जिले में दो मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने छह आतंकवादियों को मार गिराया था, मुठभेड़ के दौरान दो सैनिकों की भी जान चली गई थी। हाल ही में 26 जून को डोडा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए थे। यह टकराव तब हुआ जब सेना ने चार आतंकवादियों वाले एक ठिकाने को घेर लिया, जिसमें तीन की मौत हो गई।