गुरुग्राम। हरियाणा में हुए सांप्रदायिक हिंसा के दौरान सोहना में बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा पर हमला कर उसकी हत्या करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस हफ्ते के शुरू में नूंह में हिंसा भड़क उठी थी जो बाद में राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गई थी। पुलिस ने शनिवार को बताया कि घटना के दो दिन बाद बुधवार को प्रदीप शर्मा की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। प्राथमिकी बजरंग दल के कार्यकर्ता पवन कुमार की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी, जो 31 जुलाई को सोहना में हमले के समय प्रदीप शर्मा के साथ कार में थे। पवन कुमार ने दावा किया कि जब वे नूंह से लौट रहे थे तो जावेद ने रात करीब साढ़े दस बजे उनके वाहन को जबरन रोका।
पवन कुमार ने अपनी शिकायत में दावा किया, “जावेद के कहने पर करीब 25 से 30 लोगों ने हम पर हमला कर दिया। प्रदीप शर्मा के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया गया और वह गिर गए। गोली चलाने की आवाज भी सुनी गईं। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया।” पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) सिद्धांत जैन ने कहा, हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। नूंह में विश्व हिंदू परिषद की जलाभिषेक यात्रा पर भीड़ के हमले के बाद हिंसा भड़क गई थी जो बाद में गुरुग्राम और आसपास के इलाकों तक फैल गई जिसमें दो होम गार्ड और एक इमाम समेत छह लोगों की मौत हो गई।
इस बीच, यहां वकीलों के एक समूह ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश को पत्र लिखकर पुलिस पर झूठी और मनगढ़ंत प्राथमिकियों के आधार पर लोगों को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया तथा मामले में गुरुग्राम पुलिस आयुक्त से स्थिति रिपोर्ट मांगी। उन्होंने दर्ज की गई प्राथमिकी और अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या और सभी बंदियों की वर्तमान स्थिति पर स्थिति रिपोर्ट की मांग की। हालांकि, गुरुग्राम पुलिस आयुक्त के. रामचंद्रन ने कहा, “नूंह में हाल की घटना के बाद गुरुग्राम में हुई आगजनी और तोड़फोड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं पर गुरुग्राम पुलिस ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए त्वरित और दृढ़ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम पुलिस ने कानून और सबूतों के आधार पर ही कार्रवाई की है जिसमें आरोपियों को गिरफ्तार करना और हिरासत में लेना शामिल है।