वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी स्थित संसदीय कार्यालय को ओएलएक्स वेबसाइट पर बेचने के लिए डालने के आरोप में आखिरकार चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। यूपी में राम राज्य पर एक फिर सवाल उठ गये हैं। इस बार कुछ शरारती तत्वों की हरकत को लेकर प्रदेश का राम राज्य चर्चाओं में है। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हाल में ही नया संसदीय ऑफिस बनाया गया। जो एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। जो वाराणसी की गुरुधाम कॉलोनी में स्थित है।
जानकारी के मुताबिक वाराणसी में स्थित पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यालय को 7.30 करोड़ रुपये में कुछ शरारती तत्वों ने बेचने का प्रयास किया है। मामला सामने आने पर पुलिस ने चार लोगों को दबोच लिया है। पीएम मोदी के कार्यालय को किसी शरारती तत्त्व ने बिक्री के लिए ऑनलाइन खरीदो बेचो साइट ओएलएक्स पर बिक्री के लिए डाल दिया। जिसके बाद चर्चायें तेज हो गई कि आखिर वाराणसी स्थित पीएम का कार्यालय किस वजह से बेचा जा रहा है। शरारती तत्त्वों ने पीएम मोदी के कार्यालय कीमत करीब साढ़े सात करोड़ लगाई।
बताया जा रहा है कि ओएलएक्स साइड पर पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय की बिक्री का विज्ञापन लक्ष्मीकांत ओझा नाम के यूजर की आईडी से जारी किया गया। ओएलएक्स के ऑनलाइन पोर्टल पर साढ़े सात करोड़ में भेलूपुर के गुरुबाग स्थित जवाहर नगर कार्यालय की अलग अलग एंगल से चार तस्वीरें अपलोड की गई थीं।