Home Agra News ‘बुढ़ापे की लाठी’ पुरानी पेंशन के लिए माध्यमिक शिक्षकों ने भरी हुंकार

‘बुढ़ापे की लाठी’ पुरानी पेंशन के लिए माध्यमिक शिक्षकों ने भरी हुंकार

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  • डीआईओएस कार्यालय पर धरना देकर दी भ्रष्टाचार के खिलाफ चेतावनी, अन्य मुद्दे भी उठाए

आगरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ पांडे गुट ने नई पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार से लड़ाई छेड़ी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ पांडे गुट ने सरकार से ‘बुढ़ापे की लाठी’ के रूप में प्रसिद्ध पुरानी पेंशन को बहाली की मांग की है।

पहले चरण में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना दिया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित 16 सूत्रीय मांग पत्र सह- जिला विद्यालय निरीक्षक, आगरा को सौंपा। साथ ही कार्यालय स्तर की समस्याओं का पत्र भी सह -जिला विद्यालय निरीक्षक को दिया। समस्याओं के निराकरण की मांग की गई। सह जिला विद्यालय निरीक्षक ने आश्वासन दिया कि जनपद यह स्तरीय समस्याओं का समाधान शीघ्र ही कर दिया जाएगा तथा प्रांतीय स्तर की समस्याओं को शासन को भेज दिया जाएगा। धरने का नेतृत्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मी रानी शर्मा के किया।

मुख्य अतिथि के रूप में पधारे संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. भोज कुमार शर्मा ने संबोधन में कहा कि लम्बे समय से शिक्षक पुरानी पेंशन की मांग कर रहे हैं। सरकार शिक्षकों की ज्वलंत समस्याओं को अनसुना कर रही है। एन.पी.एस. से आच्छादित ऐसे शिक्षक एवं कर्मचारी जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उनके देयकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जो पूरी तरह से अनुचित है। बोर्ड परीक्षाओं की पारिश्रमिक दरें सी.बी.एस.ई .के समान की जायें। कई वर्षों से पारिश्रमिक के अवशेष का भुगतान न होना आश्चर्यजनक है। वेतन अवशेष, महंगाई भत्ता, चयन एवं प्रोन्नति वेतनमान, पदोन्नति आदि अवशेष का भुगतान नहीं हो रहा है। विद्यालयों में कार्यरत् कम्प्यूटर एवं व्यावसायिक शिक्षक पूर्णकालिक शिक्षक के रूप में शिक्षण कार्य कर रहे हैं, उन्हें समान वेतन के सिद्धांत आधार पर वेतन दिया जाये। शिक्षकों के स्थानांतरण नीति में आवश्यक संशोधन कर ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये कि शिक्षक अपनी सुविधानुरूप स्थानांतरण प्राप्त कर सकें।2014 से बंद सामूहिक बीमा को चालू किया जाए।

डीआईओएस कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा
जिलाध्यक्ष लक्ष्मी रानी शर्मा ने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। शिक्षकों के न्यायसंगत कार्य को भी कार्यालय के बाबू अनावश्यक रूप से वसूली करने के लिये लटकाते हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाये। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय एवं लेखा कार्यालय में लम्बे समय से प्रकरण लम्बित पड़े रहते हैं, जिन पर कार्रवाई नहीं की जाती। इन लम्बित प्रकरणों का समय से निस्तारण कर सिटीजन चार्टर लागू किया जाये। कार्यालय में भ्रष्टाचार व्याप्त है। शिक्षकों, कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा है। कई विद्यालयों में प्रबंध समिति के उदसीन रवैये से शिक्षकों को उनके हितों का लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसी दशा में ठोस कारगर कदम उठाये जायें। धरने की अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष सुधीर कुमार कुलश्रेष्ठ ने की। संचालन जिला मंत्री डॉ. भीष्म पाल सिंह ने किया।

ये रहे मौजूद
हाजी जमीलउद्दीन कुरैशी, दिनेश चंद्र गुप्ता,संजय पुंडीर, बिसंबर दयाल पराशर, आलिमा उमर गौरी, डॉ. भीष्म पाल सिंह, हरीश चौरसिया, डॉ. निखिल जैन, जसवंत सिंह जादौन, राममूर्ति सिंह, मकसूद अली, डॉ. परविन्दर कौर भाटिया, चंचल बंसल, गीता शर्मा, जगदम्बा पाठक, सतेन्द्र कुमार माहेश्वरी, लक्ष्मीकान्त त्यागी, मोहम्मद रिहान कुरैशी, रामवीर सिंह प्रथम, श्वेता कुलश्रेष्ठ, पार्वती चौरसिया, योगेश कुमार गुप्ता, धीरज सिंह धाकड़, हरिओम शर्मा, राहुल शर्मा, आशीष पाण्डे, प्रमोद चाहर, मनमोहन चाहर, संजू बाला, सल्तनत फिरोज, सुनीता कदम, प्रमोद सैमुअल, शिवम लवानिया, सीमा त्यागी, बबीता पाण्डे, यामिनी मिश्रा, अनुराधा तोमर, निर्मल निगम, जिला संघर्ष संयोजक हरी किशन शर्मा, संयोजक प्रधानाचार्य शिक्षक समन्वय समिति के डॉ. चतुर सिंह आदि मौजूद रहे।