- अमेठी लोकसभा सीट पर राहुल गांधी और स्मृति इरानी के बीच टक्कर
- 2004 के चुनाव में पहली बार अमेठी से सांसद निर्वाचित हुए थे राहुल
- 1967 से लेकर अब तक सिर्फ 2 चुनाव में अमेठी से हारी है कांग्रेस
- 2014 के चुनाव में राहुल ने स्मृति को 1.07 लाख वोटों से दी थी शिकस्त
अमेठी। उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट पर बेहद दिलचस्प टक्कर हो रही है। यहां लगातार आंकड़े बदल रहे हैं। चुनाव आयोग से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक बीजेपी की स्मृति इरानी ने कांटे के मुकाबले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 8140 वोटों से पीछे छोड़ दिया है। चुनाव आयोग से मिले अंतिम अपडेट के मुताबिक स्मृति को 87777 और राहुल गांधी को 79637 वोट मिले हैं। स्मृति 2014 में भी यहीं से राहुल के खिलाफ चुनावी मैदान में थीं। इस बार राहुल केरल की वायनाड लोकसभा सीट से भी लड़ रहे हैं।
अमेठी लोकसभा सीट पर गांधी परिवार शुरू से ही हावी रहा है। 1967 से लेकर अब तक यहां सिर्फ दो बार ऐसा हुआ है जब कांग्रेस ने लोकसभा का चुनाव न जीता हो। वर्तमान में अमेठी लोकसभा क्षेत्र के अंदर पांच विधानसभा क्षेत्र (अमेठी, गौरीगंज, तिलोई, जगदीशपुर और सलोन) आते हैं। 2004 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से अपनी सियासी पारी का आगाज करने वाले राहुल यहां जीत की हैट-ट्रिक लगा चुके हैं।
2004 से अमेठी से जीतते रहे हैं राहुल
अमेठी के वर्तमान सांसद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हैं। राहुल गांधी पहली बार अमेठी से 2004 में चुनाव लड़े और तब से अब तक वह यहां के सांसद हैं। आमतौर पर बाकी पार्टियां कांग्रेस को इस सीट पर वॉकओवर देती आई हैं लेकिन 2014 में बीजेपी ने यहां से स्मृति इरानी को उतारकर मुकाबले को काफी रोमांचक बना दिया था। 2014 में आम आदमी पार्टी की ओर से कवि कुमार विश्वास भी मैदान में उतरे लेकिन वह कोई खास चुनौती नहीं पेश कर सके और चौथे स्थान पर रहे।
2014 में हुआ था कड़ा मुकाबला
2014 में स्मृति ने राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी और राहुल की जीत का अंतर घटकर करीब 1 लाख 7 हजार वोट पहुंच गया था। राहुल को कुल वैध मतों में से 4 लाख 8 हजार 651 और स्मृति को 3 लाख 748 वोट हासिल हुए थे। वहीं, आप के कुमार विश्वास को महज 25,527 वोट मिले थे।