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“अलादीन: नाम तो सुना होगा” में जीनू की याद्दाश्त को लेकर बना सस्पेंस

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एंटरटेनमेंट डेस्क। सोनी सब का “अलादीन: नाम तो सुना होगा” नाटक दर्शकों के बीच सस्पेंस बना हुआ है। जिसके एक एपिसोड की पटकथा के कुछ अंश दर्शकों की जानकारी के लिए पेश किये जा रहे हैं। नाटक के मुख्य किरदार जीनू जो अपने अतीत को भूल चूका है, एक नाटकीय मोड़ लेते हुए, अपने दर्शकों के लिए एक और सरप्राइज़ लेकर हाज़िर है। एक ओर, अलादीन बने सिद्धार्थ निगमद्ध को उसके अतीत के बारे में कुछ.कुछ याद आ रहा है और वह ज़फर बने आमिर दलवी की शक्तियां उससे छीनने और बगदाद के लोगों की याद्दाश्त वापस पाने के मिशन पर है। तो वहीं दूसरी ओर, यास्मीन बने आशी सिंह भी सच्चाई के एकदम करीब पहुंच चुकी है।

एक बार फिर काला चोर का अवतार लेकर, अलादीन ज़फर के दो शक्तिशाली उपकरणों, उसके दस्तानें और उसकी जादुई छड़ी को उससे दूर ले जाने में सफल होता है। हालांकि, ज़फर के पास अभी भी उसकी एक आखिरी शक्ति बची हुई है, जोकि उसके खून में है। अलादीन, ज़फर को लोगों की याद्दाशत को एक गुफा में कैद करने के लिए मना लेता है, जिसे वो बाद में चोरी करने की योजना बनाता है, लेकिन उसे ये एहसास नहीं होता कि वो दरवाज़ा ज़फर के खून से बंद किया गया है। दरवाज़े को खोलने के लिए ज़फर की जादुई छड़ी का इस्तेमाल करते हुए, आख़िरकार अलादीन और जीनू बने राशूल टंडन यादों के बॉक्स तक पहुंच जाते हैं। यास्मीन, जो लगातार उनका पीछा करती है, वो भी वहां पहुंच जाती है और उन दोनों के बीच एक गहरी लड़ाई होती है, अंततः जीनू की याददाश्त बॉक्स से बाहर निकल जाती है।

इसके बावजूद भी, क्या जीनू को उसकी याददाश्त वापस मिलेगी अलादीन और यास्मीन बगदाद के लोगों को उनकी याददाश्त वापस दिलाने में कैसे मदद करेंगे?

अलादीन की भूमिका निभा रहे सिद्धार्थ निगम ने कहा, “एक लम्बे समय के बाद काला चोर के अवतार में लौटकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। मुझे वह किरदार बहुत पसंद है, क्योंकि वह एक ऐसा शख्स है जो अपनी पहचान का खुलासा किए बगैर लगातार अच्छे काम करता है। शो में ये नया मोड़ अलादीन का ज़फर को हराने का अंतिम मौका हो सकता है और आगामी एपिसोड्स के साथ दर्शकों को कई सारे सरप्राइज़ मिलने वाले हैं।”

जीनू की भूमिका अदा कर रहे राशूल टंडन ने कहा, “जबकि अलादीन को उसके अतीत के बारे में काफी कुछ याद आने लग गया है, अब वह बगदाद के लोगों को उनकी याददाश्त वापस दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हालांकि, यास्मीन उसकी योजनाओं में बाधा साबित हो रही है। चूंकि यास्मीन की वजह से जीनू की याददाश्त की गेंद गिरकर टूट जाती है, इसलिए हमारे दर्शकों के लिए यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि आगे क्‍या होने वाला है? इन सीन्स की शूटिंग करते हुए हमें बहुत मज़ा आ रहा है, क्योंकि इसके लिए हमें कुछ समय के लिए किसी गुफा, जंगल या फिर बर्फ में जाना जरूरी है।” इस नाटक को आप सोमवार से शुक्रवारए रात 9 :30 बजे सिर्फ सोनी सब पर देख सकते हैं।

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