लखनऊ। देश में फैली कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी के बीच चल रहे लॉकडाउन में जहां आवागमन पूरी तरह ठप है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अहम फैसले ने उन हजारों परिवारों की चिंता दूर करने का काम किया है जिनके बच्चे आज तक कोटा की विभिन्न कोचिंग सेंटर्स के हॉस्टल्स में फसे हुए हैं। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोटा में फंसे बच्चों को लाने लिये बसें भेजने का फैसला किया है।
सीएम के आदेश के बाद आगरा के ISBT से करीब 200 बसों को राजस्थान के कोटा के लिए रवाना किया गया है। गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से कोटा में फंसे स्टूडेंट्स वहां खाने-पीने से लेकर तमाम तरह की अन्य दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। सीएम के इस फैसले से हजारों परिवारों की चिंता भी दूर हुई है जिनके बच्चे वहां फसे हुए थे।
कोरोना संक्रमण से बचाव को बरती जा रही है एहतियात
कोरोना संक्रमण से बचाव को विशेष एहतियात बरती जा रही है सभी बसों को सैनिटाइज करके भेजा गया है। गाड़ी में ड्राइवर, कंडक्टर को मास्क और ग्लब्स भी दिए गए हैं। सोशल डिस्टैसिंग का पालन करते हुए करीब 25 बच्चे ही एक बस में बैठकर आएंगे और उनको उनके निवास तक छोड़ने की व्यवस्था की गई है।
इसलिए हो रही है मोशन अकेडमी के डायरेक्टर की तारीफ
कोटा की विभिन्न कोचिंग सेंटर्स के हॉस्टल्स में फसे छात्रों को कोटा से घर वापस लाने में अहम् भूमिका निभाने वाले आगरा की मोशन अकेडमी के डायरेक्टर डॉ। अरुण शर्मा की इन दिनों जमकर प्रशंसा हो रही है, इस प्रशंसा के पीछे वजह साफ़ है, प्रदेश सरकार को कोटा में फसे बच्चों की समस्या सरकार तक पहुंचाने में डॉ। अरुण शर्मा ने खासे प्रयास किये, सरकार के अधिकारियों से लेकर प्रदेश के सीएम योगी तक को उन्होंने इस समस्या से अवगत कराया, तब जाकर सरकार ने इस विषय पर गंभीरता दिखाते हुए छात्रों को वापस लाने की व्यवस्था की। कोटा कोचिंग संचालकों की आलोचना करते हुए डॉ। अरुण शर्मा कहते हैं कि शर्म की बात हैं, कोटा में वे बच्चों की खाने-पीने तक व्यवस्था नहीं कर पाए। जहां कोटा की एक कोचिंग में 150 से 200 स्टूडेंट्स की क्लास लगाकर इंजीनियरिंग व मैडिकल की तैयारी कराते हैं जबकि यह असंभव हैं। ये कोचिंग सिर्फ बच्चों और अभिभावकों के रुपयों से अपनी जेबें भर सकते हैं सलेक्शन नहीं। जब ऐसी परिस्तिथि में छात्रों को संभाल नहीं पाए तो सलेक्शन दूर की बात है । गर्व हैं मुझें प्रदेश के सीएम योगी जी पर इस बेहतरीन कार्य के लिए।