बिज़नेस डेस्क। कारोबारी अनिल अंबानी एक दशक पहले तक 42 करोड़ डॉलर की नेट संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक थे। लेकिन अब हो सकता है कि जल्द ही वह अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो जाएं। मंगलवार को दलाल स्ट्रीट पर कारोबार बंद होने के समय, अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाले रिलायंस ग्रुप कंपनियों का संयुक्त मार्केट कैपिटलाइजेशन महज 5,400 करोड़ रुपये (करीब 773 मिलियन डॉलर) रह गया है।
अनिल अंबानी के पास अपने ग्रुप की सभी 6 कंपनियों- रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस नेवल ऐंड इंजिनियरिंग, रिलायंस पावर, रिलायंस कैपिटल, रिलायसं होम फाइनैंस और रिलायंस कम्युनिकेशंस में 75 प्रतिशत स्टेक्स हैं। उनके ग्रुप में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू देखें तो अंबानी भाइयों में छोटे अनिल अंबानी की संपत्ति बिलियन-डॉलर से कम होगी।
कुछ समय पहले तक ही ग्रुप के पास प्रॉफिट देने वाले म्यूचुअल फंड बिजनस रिलायंस निपॉन लाइफ ऐसेट्स मैनेजमेंट में एक बड़ा हिस्सा था। यह जापानी कंपनी निपॉन लाइफ के साथ चलने वाला एक जॉइंट वेंचर है, जिसे हाल ही में इसके पार्टनर को बेच दिया गया।अब इसकी वैल्यू 13, 500 करोड़ रुपये (2 बिलियन डॉलर से ज्यादा) आंकी गई है। यह फंड हाउस अब जापानी इंश्योरेंस दिग्गज को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में है।
ठप हुई रिलायंस कम्युनिकेशंस
मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल को अपने सभी बिजनस में कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मुकेश अंबानी को फोर्ब्स ने 50 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया का 13वें सबसे रईस व्यक्ति के तौर पर लिस्ट में रखा गया है।
एक दौर में अनिल के पास रिलायंस कम्युनिकेशंस में 60 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा था। लेकिन अब कुल 58,000 करोड़ रुपये के कर्जे के साथ यह टेलिकॉम वेंचर इन्सॉल्वेंसी ऐंड बैंकरप्सी कोड के तहत बैंकरप्सी झेल रहा है। उनकी 3 कंपनियों- रिलायंस कैपिटल, रिलायंस होम फाइनैंस और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के ऑडिटर्स ने इस्तीफा दे दिया है। इन्होंने मैनेजमेंट पर सहयोग न करने और गलत काम करने का आरोप लगाया था। ग्रुप अब ऑडिटर्स द्वारा लगाए गए इन आरोपों से भी जूझ रहा है।
पिछली कई तिमाहियों से ग्रुप के डिफेंस बिजनस की होल्डिंग कंपनी, रिलायंस नेवल ऐंड इंजीनियरिंग को भी घाटा झेलना पड़ा है। इसी तरह पावर जेनरेशन बिजनस, रिलायंस पावर भी घाटे में है। रिलायंस पावर 2008 में भारतीय स्टॉक मार्केट हिस्ट्री में सबसे ज्यादा चर्चित IPO था।
2008 में दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति
अनिल अंबानी की घटती दौलत से पता चलता है कि 2008 में उनके पास 42 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी। तब से लगातार उनकी संपत्ति कम हुई है। 2008 के आखिर और 2009 की शुरुआत में वैश्विक मंदी के समय उनकी संपत्ति में 75 प्रतिशत की कमी आई। 2009 के मध्य तक उनकी संपत्ति घटकर करीब 10 बिलियन डॉलर रह गई।
खास बात है कि 2008 में अनिल अंबानी दुनिया के छठे सबसे रईस व्यक्ति थे जबकि 43 बिलियन की संपत्ति के साथ मुकेश पांचवें नंबर पर कायम थे। फिलहाल मुकेश अंबानी के पास 51 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। फोर्ब्स के रियल-टाइम नेट वर्थ इंडिकेटर के हिसाब से अनिल की नेट संपत्ति 1।5 बिलियन डॉलर है। यह इंडिकेशन किसी वेयक्ति की कुल संपत्ति को पैमाना मानता है जिसमें लिस्टेड कंपनियों के साथ-साथ अनिलिस्टेड कंपनियों और दूसरे ऐसेट्स में उसके सभी स्टेक्स शामिल रहते हैं।