नई दिल्ली। राजधानी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला है। चुनाव की घोषणा तो केंद्रीय चुनाव आयोग करेगा, लेकिन इसकी पूरी तैयारी दिल्ली चुनाव कार्यालय (चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर) के जिम्मे है। इसी के तहत चुनाव कार्यालय फाइनल वोटर लिस्ट उजागर करने जा रहा है। चुनाव आयोग आज दिल्ली विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान करेगा। शाम साढ़े तीन बजे आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस है। बता दें कि अगले महीने दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने वाला है। इन चुनावों में राज्य में त्रिकोणीय मुकाबले होना तय माना जा रहा है। दिल्ली चुनाव कार्यालय आज यह भी फाइनल कर देगा कि राजधानी में कितने लोग वोट कर पाएंगे। वह वोटरों की फाइनल लिस्ट भी घोषित करने जा रहा है। इस लिस्ट के अलावा किसी को भी वोट डालने का अधिकार नहीं होगा, चाहे उसके पास कितने भी दस्तावेज हों।
चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता होगी लागू चुनाव आयोग द्वारा दिल्ली चुनावों की घोषणा करने के साथ ही राज्य में तुरंत प्रभाव से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। माना जा रहा है कि आयोग राज्य में एक ही चरण में चुनाव करवाएगी। लिस्ट में नाम नहीं तो वोट नहीं चुनाव की घोषणा तो केंद्रीय चुनाव आयोग करेगा, लेकिन इसकी पूरी तैयारी दिल्ली चुनाव कार्यालय (चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर) के जिम्मे है। इसी के तहत चुनाव कार्यालय फाइनल वोटर लिस्ट उजागर करने जा रहा है। जिन लोगों का नाम इस लिस्ट में नहीं होगा, उन्हें वोट डालने का अधिकार नहीं होगा, चाहे उसके पास कितने भी दस्तावेज हों। वोटरों की इस फाइनल लिस्ट की जानकारी केंद्रीय चुनाव आयोग तक पहुंचा दी जाएगी, जिसके आधार पर आयोग दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर देगा। दिल्ली चुनाव कार्यालय तो पहले ही बता रहा है कि वह चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है।
करीब ढाई लाख नए वोटर जुड़े
दिल्ली चुनाव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों उसने वोटरों की एक लिस्ट घोषित की थी। यह भी कहा था कि फाइनल लिस्ट में बदलाव हो सकता है। क्योंकि उसके चलाए अभियान और वेबसाइट पर आए आवेदनों के बाद राजधानी में वोटरों की संख्या 1 करोड़, 45 लाख, 72 हजार, 385 हो गई है। लोकसभा चुनाव के समय दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1 करोड़, 43 लाख, 16 हजार, 453 थी। इस लिस्ट में पुरुष वोटरों की संख्या करीब 79।73 लाख व महिला वोटरों की संख्या लगभग 65।73 लाख है। जबकि ट्रांसजेंडर वोटरों की संख्या 700 के आसपास है। सूत्र बताते हैं इसमें करीब 2।5 लाख नए वोटर जुड़े हैं।
हर विधानसभा में होगा मॉडल मतदान केंद्र
सूत्र यह भी बताते हैं कि विधानसभा चुनाव में हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक मतदान केंद्र मॉडल होगा। इस बार 2,689 मतदान स्थलों पर 13,750 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। बीते विधानसभा चुनाव में मतदान स्थलों की संख्या 2,530 थी, जबकि लोकसभा चुनाव में 2,700 थी।
राजनीतिक दल भी तैयारी में
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को लेकर राजधानी में राजनैतिक दल पहले से ही तैयारी में लगे हैं। इसके लिए वे वोटरों को साधने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं। इस बार भी चुनाव त्रिकोणीय होगा और आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला होगा। चुनाव की घोषणा होते ही सभी दल प्रत्याशी चुनने में लग जाएंगे।