नई दिल्ली/टीम डिजिटल। विंग कमांडर अभिनन्दन जिन्होंने 27 फरवरी को एलओसी पर एक हवाई लड़ाई के दौरान एक पाकिस्तान एयर फोर्स के एफ -16 को नष्ट कर दिया था , श्रीनगर में अपनी यूनिट में वापस नहीं जाएंगे क्योंकि अधिकारियों ने उन्हें जम्मू और कश्मीर के दूसरे बेस में तैनात किया है। भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने कहा था कि अभिनंदन हिरासत में शारीरिक और मानसिक यातना से गुजर रहे थे। विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के पास फाइटर कॉकपिट (Fighter Cockpit) में लौटने का एक “अच्छा मौका” है लेकिन उन्हे अंतिम मंजूरी बेंगलुरु (bangalore) में स्थित ‘इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन’ (IAM) के द्वारा दी जाएगी जहां आने वाले हफ्तों में 35 वर्षीय अभिनंदन को जांच की एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा। चिकित्सा परीक्षा से गुजरने के बाद, IAF ने उसे फिर से बहाल करने का फैसला किया, लेकिन अपनी इकाई के लिए नहीं आपको बता दे। उन्होंने कहा कि पश्चिमी क्षेत्र के सूत्रों में एक और महत्वपूर्ण आधार शामिल होगा।विशेषज्ञों ने इस बात का खुलासा किया कि मिग -21 बाइसन द्वारा पहली बार दो‘एफ -16’ को नष्ट किया हैं। इसके लिए भारत के तीसरे सबसे बड़े युद्ध कालीन वीरता पुरस्कार वीर चक्र के लिए विंग कमांडर अभिनंदन के नाम की सिफारिश की जा सकती हैं।