वाशिंगटन। नासा 2024 में आपने मून मिशन को लॉन्च करेगा, जिसके लिए टीम का चयन किया गया है। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने महत्वाकांक्षी चंद्र अभियान के लिए चयनित 18 अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की है। इनमें भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक राजा जॉन वुरपुतूर चारी भी शामिल हैं।
नासा ने अपने अभियान को आर्टेमिस नाम दिया है। 1997 में कल्पना चावला और 2006 में सुनीता विलियम्स के बाद चारी अंतरिक्ष में जाने वाले तीसरे भारतीय-अमेरिकी होंगे. 2017 में जब नासा ने अपने आर्टेमिस अभियान घोषित किया था तब वे 18,000 आवेदकों में से चुने गए थे।
तेलंगाना का रहने वाला है चारी का परिवार
चारी का परिवार तेलंगाना का रहने वाला है। उनके पिता श्रीनिवास चारी महबूबनगर जिले से हैं जो हैदराबाद में उस्मानिया विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद अमेरिका चले गए थे। 1950 के दशक में अमेरिका में उच्च अध्ययन करने के दौरान उन्होंने पेगी एगबर्ट से शादी की। फैक्ट यह कि उन्होंने अमेरिका में उच्च अध्ययन करने के अपने सपने को साकार किया और राजा चारी को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया।
वायुसेना में 2,000 घंटे की उड़ान का अनुभव
43 साल के चारी अमेरिकी एयरफोर्स में कर्नल रह चुके हैं। उन्होंने एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 बेड़े की कमान भी संभाली है। उन्हें अमेरिकी वायु सेना में 2,000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। मिशन का हिस्सा बनने के लिए चुने जाने से वाले चारी उत्साहित हैं। उन्होने ट्वीट किया “मानव को चंद्रमा पर जाने वाली एक बड़ी टीम का एक छोटा सा हिस्सा होने पर गर्व है।”
अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने बुधवार को फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में आर्टेमिस अभियान के लिए चुने गए 18 सदस्यों के नामों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि “मैं आपको नायक देता हूं जो हमें चंद्रमा और उससे आगे ले जाएंगे” नासा ने मिशन का नाम अर्टेमिस मून मिशन रखा जो 2024 में चन्द्रमा पर उतरेगा। इसमें 9 महिला एस्ट्रोनॉट्स को भी चुना गया है। राजा चारी को मिली इस कामयाबी सेउनके पिता को सबसे ज्यादा ख़ुशी और गर्व होगा, क्योंकि उन्होंने राजा चारी बहुत ऊपर जाने का सपना देखा था, जो आज साकार हो रहा है।