ग्लोबल डेस्क। फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित नोट्रेडम कैथेड्रल में सोमवार को आग लग गई। इससे कैथेड्रल का शिखर पूरी तरह जल गया। दमकलकर्मियों ने 15 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। अधिकारियों का कहना है कि 850 साल पुरानी इस इमारत का मूल ढांचा अभी सही सलामत है। कैथेड्रल के दो बेल टॉवर भी सुरक्षित हैं। हालांकि, इमारत के अंदर आर्टवर्क को कितना नुकसान हुआ यह अभी साफ नहीं है।
इसी बीच फ्रांस के सबसे अमीर बिजनेसमैन अरनॉल्ट एलवीएमएच ने नोट्रे डेम के पुनर्निर्माण के लिए 20 करोड़ यूरोज (करीब 1500 करोड़ रुपए) देने का वादा किया है। इसके अलावा हॉलीवुड एक्ट्रेस सलमा हाएक के पति फ्रंसिस हेनरी पिनॉल्ट ने भी 10 करोड़ यूरोज (करीब 786 करोड़ रु।) चंदा देने का ऐलान किया।
मैक्रों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चंदा जुटाने वादा कर चुके हैं
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे दुखद घटना बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि दमकलकर्मियों ने कैथेड्रल को और ज्यादा बुरी स्थिति में पहुंचने से बचा लिया। मैक्रों ने कैथेड्रल बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फंड जुटाने का भी वादा किया।
बताया जा रहा है कि कैथेड्रल के पत्थरों में क्रैक आने के बाद इसका रेनोवेशन किया जा रहा था। अधिकारी आग लगने की घटना को रेनोवेशन से ही जोड़कर देख रहे हैं। पेरिस प्रॉसिक्यूटर ऑफिस ने इस मामले में जांच बिठा दी है।
आग पकड़ते ही मिनटों में गिर गई कैथेड्रल की छत
कैथेड्रल में आग स्थानीय समयानुसार शाम 6:30 बजे भड़की। कुछ ही मिनटों में इमारत की छत इसकी चपेट में आ गई। इससे लकड़ी का बना पूरा शिखर तबाह हो गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूरे शहर से दिख रही थीं। आग बुझाने के लिए करीब 500 दमकलकर्मी लगाए गए। कैथेड्रल पर हेलीकॉप्टर से भी पानी डाला गया। करीब चार घंटे बाद दमकल प्रमुख जॉन क्लॉड गाले ने बताया कि मुख्य इमारत को तबाही से बचा लिया गया है।
850 साल पुराना है नोट्रे डेम कैथेड्रल
नोट्रे डेम का निर्माण 1160 से शुरू हुआ था, जो कि 1260 तक चला। फ्रेंच गॉथिक आर्किटेक्ट का यह नायाब नमूना 69 मीटर ऊंचा है। इसके शिखर तक पहुंचने के लिए 387 सीढि़यां चढ़नी पड़ती है। यहां नेपोलियन बोनापार्ट का राज्याभिषेक किया गया था। हर साल इसे देखने 1।2 करोड़ लोग आते हैं।