नई दिल्ली। गांधी जी के निधन की 71वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपिता के पुतले को गोली मारने वाली हिंदू महासभा की नेता पूजा शकुन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूजा शकुन ने जिस तरह से महात्मा गांधी की हत्या का नाट्य रूपांतरण किया उसने एक बार सोचने को मजबूर कर दिया कि आखिर किस तरह की विचारधारा देश में पनप रही है। घटना सामने आने के बाद पुलिस ने पूजा शकुन को मंगलवार को अलीगढ़ के टप्पल से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पूजा के पति अशोक पांडे को भी हिरासत में ले लिया गया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही लापता थीं।
12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूजा शकुन के साथ कुल 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इससे पहले पुलिस ने पिछले हफ्ते इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जोकि इस विवादित वीडियो में दिखे थे। महात्मा गांधी के निधन के 71वीं वर्षगांठ के मौके पर पूजा शकुन का वीडियो सामने आया था जिसमे महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारे जाते देखा जा सकता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद हर कोई चौंक गया था कि आखिर किस तरह से कोई ऐसी हरकत कर सकता है।
गोडसे का सम्मान इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर पूजा शकुन पांडे के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था। वीडियो में देखा जा सकता है कि पूजा शकुन भगवा रंग के कपड़े पहने हुए हैं और उनके हाथ में पिस्टल है। इस पिस्टल से वह महात्मा गांधी के पुतले पर गोली चलाती हैं, जिसके बाद पुतले में से लाल रंग का पानी बहने लगता है। यही नहीं इस दौरान वह नाथूराम गोडसे को महात्मा नाथू राम गोडसे अमर रहे का नारा लगाती हैं उनकी तस्वीर पर उन्हें माला पहनाती हैं।
महासभा ने बताया नई परंपरा
हिंदू महासभा के महासचिव ने बताया कि पूजा की संस्था ने एक नई परंपरा शुरू की है और इसे हर वर्ष उसी तरह से आगे बढ़ाया जाएगा जैसे दशहरे के मौके पर रावण के पुतले को जलाया जाता है। आपको बता दें कि राइट विंग महात्मा गांधी के निधन के दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाता है और नाथूराम गोडसे को सम्मानित करता है। यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आया है।
पहले भी गोडसे का हुआ गुणगान
इससे पहले भी हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे का गुणगान किया है। 2015 में भी महासभा के नेता स्वामी प्रणनवानंद ने ऐलान किया था कि नाथूराम गोडसे की मूर्ति को कर्नाटक के छह जिलों में लगाया जाएगा। उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था और कहा था कि उन्होंने हिंदू राष्ट्रवादी विनायक दामोदर सावरकर के आशीर्वाद से देश की सेवा की थी।