बिहार। रोजगार को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर है। बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष भाजपा पर निशाना साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ता है। इन सब के बीच बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधा है। अपने बयान में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बिहार में जिस तरीके से युवाओं को रोजगार दिए जाने का काम चल रहा है, उससे भाजपा डर गई है। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा का पहला डर 2024 का है कि जो बिहार में हुआ वो पूरे देश में होने जा रहा है। इनका दूसरा डर है कि इनको पता है कि कुछ दिनों में बिहार में लाखों की संख्या में सरकारी नौकरी मिलेंगी।
अपने बयान में तेजस्वी यादव ने कहा कि इनको (भाजपा) 8-9 साल हो गए, 2 करोड़ नौकरी प्रति वर्ष देना था इन्होंने दिया नहीं। इनको लगता है कि बिहार अगर नौकरी दे देगा तो हर राज्य में मांग उठेगी कि उस राज्य में भी लोगों को सरकारी नौकरी मिले जो भाजपा की सरकार कर ही नहीं सकती है। दरअसल, जबसे नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के साथ मिलकर सरकार बनाई है, रोजगार को लेकर दोनों नेताओं की ओर से लगातार बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने चुनाव के दौरान 10 लाख सरकारी नौकरी दिए जाने का वादा किया था। हाल में ही 15 अगस्त के मौके पर नीतीश कुमार ने भी इस पर अपनी सहमति दी और कहा कि वह इससे भी ज्यादा नौकरी युवाओं को देने के लिए काम कर रहे हैं।
हालांकि, भाजपा लगातार रोजगार को लेकर बिहार सरकार पर हमलावर है। भाजपा का सवाल है कि नीतीश पहले कहते थे कि नौकरी नहीं है, अब कहां से वह देंगे? दरअसल, 2024 चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने दांव चल रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार की अपनी भूमिका को लेकर काफी सक्रिय हो गए हैं। नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता को लेकर दिल्ली का दौरा किया था और कई नेताओं से मुलाकात भी की थी। लालू यादव भी लगातार नीतीश कुमार का समर्थन कर रहे हैं। जदयू तो नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मटेरियल बता रही है।