लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए ही प्रत्याशी उतारे हैं। जनता उनके (कांग्रेस के) साथ नहीं है। अखिलेश ने यह भी कहा कि भाजपा ने ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियों का विपक्ष के नेताओं के खिलाफ गलत इस्तेमाल करना कांग्रेस से ही सीखा है।इसलिए भाजपा चुनाव में इन एजेंसियों का अपना फायदा पहुचाने के लिए दुरपयोग किया जा रहा है।
अखिलेश ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के कमजोर प्रत्याशी खड़े करने के बयान को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि मैं इस बात में विश्वास नहीं करता कि कांग्रेस ने कहीं भी कमजोर प्रत्याशी खड़ा किया है। कोई पार्टी ऐसा नहीं कर सकती। जनता उनके साथ नहीं है। प्रियंका ने बुधवार को कहा था कि कांग्रेस ने कई जगहों कमजोर प्रत्याशी सिर्फ इसलिए उतारे हैं ताकि भाजपा का वोट काटा जा सके।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भाजपा सरकार रही बुरी तरह फेल
अखिलेश के मुताबिक- राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर पर भाजपा की सरकार बुरी तरह से विफल रही। सीमा पर और देश के भीतर नक्सल प्रभावित इलाकों में रोज सैनिक मारे जा रहे हैं। यह किस तरह की राष्ट्रीय सुरक्षा है, जहां हर रोज सैनिक मारे जा रहे हैं।और भाजपा बात करती है कि हम राष्टीय सुरक्षा के मुद्दे पर खरे उतरे है
अखिलेश यादव ने यह भी कहा, ”वह (योगी आदित्यनाथ) कहते हैं कि सपा का झंडा आतंकवादियों का झंडा है। उनके पास कितने झंडे हैं। उनके पास एक झंडा मठ का है। दूसरा हिन्दू युवा वाहिनी का है और तीसरा आरएसएस का है।” योगी ने कहा था कि समाजवादियों का झंडा आतंकवादियों का झंडा है।
गठबंधन चाहता है नया पीएम
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं चाहता हूं कि लोकसभा में सपा के सांसदों की संख्या बढ़े। मैं उन लोगों में शामिल हूं जो देश में एक नया प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं। मैं चाहता हूं कि अगली सरकार में उत्तरप्रदेश की अहम भूमिका हो।
बीजेपी का प्रत्याशी जीते पर गठबंधन का नहीं
मायावती ने कहा, ”कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि चाहे भाजपा के उम्मीदवार जीत जाएं, लेकिन सपा-बसपा गठबंधन के लोग न जीतें। कांग्रेस ने भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस-भाजपा नहीं चाहतीं कि दलित और पिछड़े लोग पूंजीवादियों से ऊपर पहुंचे। भाजपा भी कांग्रेस की तरह नकली अंबेडकरवादी है। कांग्रेस के मुखिया राहुल गांधी पक्की उम्र के नहीं हैं। वे संसद में मोदी के गले मिलकर क्या कर रहे थे?”
”पीएम मोदी 5 साल तक पाकिस्तान के प्रति खामोश बने रहे, अब चुनाव के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। भाजपा ने ही पहले मसूद अजहर को मेहमान बनाकर पाकिस्तान भेजा था। अब उसके नाम पर वोट बटोर रहे हैं। मुलायम सिंह की उम्र ज्यादा हो गई है, उनकी मंशा नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की बिल्कुल नहीं थी। कांग्रेस-भाजपा को वोट देकर अपना मत बर्बाद न करें।”
‘मोदी के पास सपा-बसपा का कंट्रोल’
राहुल गांधी ने बुधवार को बाराबंकी में एक चुनावी जनसभा में भाजपा के साथ सपा-बसपा गठबंधन पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा, “अखिलेश और मायावती का कंट्रोल मोदी के पास है। मेरी कोई हिस्ट्री नही है, इसलिये मैं मोदी से नही डरता, वे मुझसे डरते है।”