महाराष्ट्र। कांग्रेस की ओर से भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर तक जाएगी। 150 दिनों की यात्रा में लगभग 3700 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। खुद राहुल गांधी भी इस भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो रहे हैं। वह इसका नेतृत्व करते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, राहुल गांधी का साफ तौर पर कहना है कि वह इस में सहभागी हैं। इन सब के बीच पूर्व चुनावी रणनीतिकार और वर्तमान में बिहार की राजनीति में नई शुरुआत करने की कोशिश में जुटे प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को एक बड़ी सलाह दी है। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस को इसकी शुरुआत गुजरात या किसी भाजपा शासित राज्य से करनी चाहिए थी।
दरअसल, प्रशांत किशोर महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे हुए थे। वहां उन्होंने अलग विदर्भ राज्य की मांग कर रहे स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसी दौरान पत्रकारों ने उनसे भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सवाल पूछा। इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने साफ तौर पर कहा कि इसे गुजरात से शुरू किया जाता तो बेहतर होता जहां साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। या फिर इसे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों से शुरू की जाती। आपको बता दें कि कांग्रेस की भारत छोड़ो यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से हुई थी। फिलहाल यह यात्रा केरल में है। केरल के बाद यह कर्नाटक पहुंचेगा। आपको बता दें कि प्रशांत किशोर फिलहाल बिहार में अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं और वहां की समस्याओं को उठा रहे हैं।
दिलचस्प बात यह भी है कि प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की खबर इस साल के शुरुआत में सुर्खियों में थी। हालांकि, बाद में दोनों ओर से अलग-अलग रास्ते अपनाए गए। बताया जा रहा था प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को कुछ बड़े सलाह दिए थे जिन पर एक राय नहीं बन पा रहे थी। दूसरी ओर प्रशांत किशोर ने अलग विदर्भ राज्य की मांग पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अलग विदर्भ राज्य के विचार को आगे बढ़ाया जा सकता है। आंदोलन के जरिए इस मांग को केंद्र तक पहुंचाया जा सकता है। इसका राष्ट्रीय असर होना चाहिए। प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया कि वह चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम करना बंद कर चुके हैं और लोगों के लिए काम कर रहे हैं।