अलीगढ़। भारतीय प्रेस परिषद ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में वरिष्ठ स्वतन्त्र फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी पर हुए हमले के प्रकरण में प्रमुख सचिव, उ।प्र। सरकार, गृह सचिव पुलिस उ।प्र। सरकार, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुख्यालय लखनऊ, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक(एसएसपी), अलीगढ़ को 14 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली सुनवाई के लिए तलब किया है। ज्ञातव्य है कि 04 मई, 2018 को कुछ असामाजिक तत्वांे ने अमुवि परिसर में वरिष्ठ स्वतन्त्र फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी की कवरेज से बौखलाकर उन पर अमुवि परिसर में लात-घूसों व डंडों से प्राण घातक हमला बोल दिया था तथा पुलिस व सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े लोगों ने धुंआधार फायरिंग करके जैसे-तैसे मनोज अलीगढ़ी को असामाजिक तत्वों के चंगुल से बचाया था तथा स्वतन्त्र फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी के सिर, गर्दन, दाहिना कंधा, कूल्हे के ऊपर, रीढ़ की हड्डी के पास तथा सीने में गंभीर चोटें आई थीं तथा स्थानीय चिकित्सालय के इमरजेंसी में लगातार 10 दिनों तक उपचार के दौरान भर्ती रहना पड़ा था।
इस प्रकरण की शिकायत स्वतन्त्र फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी ने स्थानीय जिला प्रशासन, उ।प्र। सरकार के साथ-साथ प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया (पीसीआई) से भी की थी तथा अभिव्यक्ति की स्वतन्त्राता की रक्षा हेतु असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई तथा पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। इस संबन्ध में प्रेस कांउसिंल ऑफ़ इंडिया ने संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार, ग्रह सचिव यूपी पुलिस, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ को लापरवाही बरतने पर तलब किया है।