बिज़नेस डेस्क। उद्योगपति अनिल अंबानी की नकदी संकट से जूझ रही कंपनी रिलायंस कैपिटल ने शनिवार को कहा कि उसे चालू वित्त वर्ष में संपत्तियों की बिक्री कर 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने और कर्ज 50 प्रतिशत कम करने का अनुमान है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह कर्ज की किस्तें भरने में नियमित रही है और समय पर किस्तों का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए काम करती रही है। उसने कहा कि संपत्ति बेचकर पैसे जुटाने की उसकी योजना सही तरीके से आगे बढ़ रही है। कंपनी ने कहा कि वह रिलायंस निप्पन लाइफ ऐसेट मैनेजमेंट लिमिटेड में अपनी पूरी 42.88 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया में है जिसका बाजार मूल्यांकन अभी की कीमत से पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक है। कंपनी ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की भी घोषणा की।
कंपनी ने बयान में कहा कि वह अपने मूल कारोबार की कुछ संपत्तियों को बेचने की प्रक्रिया में है। उसने कहा, ‘कंपनी को इन बिक्रियों से कम से कम 10 हजार करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इससे चालू वित्त वर्ष में कुल कर्ज 50 प्रतिशत से अधिक कम हो जाएगा।’
कंपनी ने रेटिंग एजेंसी केयर से भी असहमति व्यक्त की। केयर ने हाल ही में कंपनी के दीर्घकालिक ऋणपत्र कार्यक्रम, बाजार से जुड़े डिबेंचर और सबऑर्डिनेटेड डिबेंचर की रेटिंग कम कर दी थी।