लेह-लद्दाख. कश्मीर में लगातार भूकंप के बाद लद्दाख में गुरुवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 4.5 बताई जा रही है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कटरा में भी 3.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।जम्मू-कश्मीर में 6 भूकंप के झटके के बाद आज दोपहर लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए। इससे किसी नुकसान की खबर नही हैं लेकिन क्षेत्र में रह रहे लोगों का डर बढ़ गया है।
नैशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र कारगिल से 119 किमी उत्तर-उत्तरपश्चिम दूर था। दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल किसी तरह के हताहत की खबर नहीं है। वहीं जम्मू-कश्मीर के कटरा से 86 किमी दूर पूर्व की ओर भूकंप के झटके आए। यहां 2 बजकर 2 मिनट पर झटके महसूस किए गए।
भूकंप से किसी नुकसान की खबर नही हैं लेकिन लोगों में दहशत का माहौल है। पहले से ही इस क्षेत्र में चीन के साथ सीमा विवाद से तनाव कायम है और भूकंप के झटकों ने लोगों का डर और बढ़ा दिया है।
भूकंप के झटको प्रकोप कटरा में भी
भूकंप आने के समय कुछ लोग सो रहे थे और शोर सुनकर वे लोग भी घरों के बाहर भागे। नैशनल सेंटर फॉर सिस्मलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 10 किमी नीचे था।इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कटरा में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी।
6 बार हिला जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में इसी महीने के अंदर 6 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बीते 15 जून और 16 जून को दो दिनों के अंदर ही चार बार भूकंप के झटके महसूस किए गए।
जोन-5 सबसे खतरनाक
इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक जोन 5 है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 9 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। जोन-5 में पूरा पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड गुजरात में कच्छ का रन, उत्तर बिहार का कुछ हिस्सा और अंडमान निकोबार द्वीप समूह शामिल है। इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।भारतीय मानक ब्यूरो ने विभिन्न एजेंसियों से प्राप्त वैज्ञानिक जानकारियों के आधार पर पूरे भारत को चार भूकंपीय जोनों में बांटा है।
देश में 1 महीने में 11 बार आया भूकंप
आपको बता दें कि बीते एक महीने में भारत में 11 बार भूकंप आ चुका है। दिल्ली-एनसीआर में लगातार भूकंप आ रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालय के आसपास धरती के नीचे काफी उथल-पुथल हो रही है, इस कारण भूकंप आ रहे हैं। वैज्ञानिकों ने बड़े भूकंप की चेतावनी भी जारी की है।