यूपी/आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में जहां कोरोना संक्रमण के मामले प्रदेश में सर्वाधिक हैं वहीं स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां एक 80 साल के बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो जाने पर उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया। जब शव सौंपा गया तो बताया गया कि मृतक की रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई है। बेफिक्र होकर परिवार ने अंतिम संस्कार किया, जिसमें सगे संबंधी भी शामिल हुए। लेकिन, अब मृतक को कोरोना पॉजिटिव बताकर परिवारीजनों को क्वारैंटाइन रहने की बात कही गई है। इसके बाद से परिवार और अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोग भयभीत हैं।
हार्ट अटैक से हुई थी मौत
ये मामला आगरा के थाना एत्माउद्दौला क्षेत्र के विकास नगर का है। यहां रहने वाले राजेश जादौन के पिता गजेंद्र पाल को तीन दिन पूर्व अटैक पड़ने पर एसएन मेडिकल में भर्ती कराया गया था। बुधवार की सुबह पांच बजे उनकी मृत्यु हो गयी। इसके बाद पहले एसएन प्रशासन ने कोविड-19 की रिपोर्ट आने के बाद ही शव हैंडओवर करने की बात कही। राजेश जादौन का आरोप है कि, कुछ देर बाद कोरोना निगेटिव बता कर शव दे दिया गया।
पड़ोसी व सगे संबंधी सभी भयभीत
इसके बाद कुछ खास रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ परिवार ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया। गुरुवार को परिजनों को स्वास्थ्य विभाग ने फोन कर मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंची और सभी को होम क्वारैंटाइन कर दिया है। नगर निगम ने भी उन्हें सैनिटाइजेशन के लिए फोन किया है। घटना के बाद से परिजन परेशान हैं और उन्हें डर लग रहा है कि कहीं इस लापरवाही के चलते उनके परिवार को कोई बड़ी परेशानी न हो जाए।
ताजनगरी में अब तक 999 कोरोना संक्रमित
बता दें कि आगरा में अब तक 999 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से 54 की मौत हो चुकी है और 825 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। वर्तमान में अभी भी 120 एक्टिव केस हैं। जिनका उपचार चल रहा है।