नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार से तमाम सवाल करता रहा है, जिस पर प्रशानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और कोरोना वैक्सीन के विषय में अपनी बात राखी। शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन के स्टॉक और रियल टाइम इन्फॉर्मेशन के लिए एक खास सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड का टीकाकरण अभियान व्यापक होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियानों के खिलाफ अफवाहें फैलाई जाती हैं। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे लोगों को वैक्सीन को लेकर जागरूक करें। पीएम मोदी ने कहा कि एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगले कुछ हफ्तों में कोविड वैक्सीन तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों के हरी झंडी देते ही भारत में टीकाकरण शुरू हो जाएगा।
पीएम मोदी ने बैठक के बाद कहा, “कुछ दिन पहले मेरी टीका बनाने वाले वैज्ञानिकों से भी बात हुई है। हमारे वैज्ञानिक अपनी सफलता को लेकर काफी आश्वस्त हैं। भारत में 8 वैक्सीन ट्रायल के अलग-अलग स्टेज में हैं और उनकी मैनुफैक्चरिंग भारत में ही होगी। देश की तीन वैक्सीन भी अलग-अलग स्टेज में हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि टीकाकरण ज्यादा दूर नहीं है। जैसे ही वैज्ञानिक हमें ग्रीन सिग्नल देते हैं, भारत का टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा।” मोदी ने कहा, पहले चरण में हेल्थकेयर वर्कर्स, फिर फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्ग लोगों को और गंभीर बीमारियों से जुड़े लोगों को टीका लगाया जाएगा। केंद्र और राज्य की सरकारें वैक्सीन के डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर तेजी से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत के पास न सिर्फ टीकाकरण में विशेषज्ञता है, बल्कि क्षमता भी है।
प्रधानमंत्री ने कोविड वैक्सीन की कीमत को लेकर स्पष्ट रूप से तो कुछ नहीं कहा, मगर संकेत जरूर दिए कि इसमें सब्सिडी मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें वैक्सीन की लागत पर चर्चा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पर फैसला जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा और इसमें राज्य सरकारों की अहम भूमिका होगी। कोरोना वैक्सीन को लेकर कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी और पहले से सुनिश्चित तरीके से डोज़ दिया जायेगा। जिसमें राज्यों की अपनी भूमिका होगी।